कैथल में कोरोना वैक्सीन लगाने से पहले हेल्थ केंद्रों पर होगा ट्रायल
जनवरी के पहले सप्ताह में वैक्सीन लगाने का ट्रायल किया जा सकता है। पहले फेज में वैक्सीन लगाने के कार्य के बाद दूसरे फेस में पुलिस मीडिया और सफाई कर्मचारियों को लिया जाएगा। इसके बाद तीसरे फेज में 60 साल से ज्यादा के बुजुर्ग लोगों को शामिल किया जाएगा।
कैथल, जेएनएन। कोरोना वैक्सीन लगाने से विभाग की तरफ से ट्रायल होगा। पहले फेज में 6750 हेल्थ कर्मचारियों को वैक्सीन दी जानी है, इसके लिए जिलेभर में 30 हेल्थ सेंटर बनाए गए हैं। इन सेंटरों पर जिन हेल्थ कर्मचारियों को वैक्सीन दी जानी है उसे लेकर अभ्यास किया जाएगा। किस तरह से डाटा फीड किया गया है, वैक्सीन लगाने के बाद किस तरह की सावधानी बरतनी है, जिस कर्मचारी को वैक्सीन लगाई जानी है उसे आधा घंटे तक निगरानी में रखा जाना है, इस तरह से वैक्सीन लगाने के लिए पूरा अभ्यास किया जाएगा। इसके बाद रिपोर्ट सीनियर अधिकारियों को भेजी जाएगी।
जनवरी के पहले सप्ताह में वैक्सीन लगाने का ट्रायल किया जा सकता है। पहले फेज में वैक्सीन लगाने के कार्य के बाद दूसरे फेस में पुलिस, मीडिया और सफाई कर्मचारियों को लिया जाएगा। इसके बाद तीसरे फेज में 60 साल से ज्यादा के बुजुर्ग लोगों को शामिल किया जाएगा और चौथे फेस में 50 साल से उन कम आयु के लोगों को लिया जाएगा जो किसी न किसी बीमारी से ग्रश्त हैं।
आज होमगार्डों को दी जाएगी ट्रेनिंग
कोरोना वैक्सीन लगाने को लेकर जो हेल्थ सेंटर बनाए गए हैं उन पर सुरक्षा की पुष्टि से होमगार्ड भी लगाए जाने हैं। पहले फेज को लेकर 35 होमगार्ड तैनात किए जाएंगे। इसके लिए सभी को ट्रेनिंग दी जाएगी। पुराना सिविल अस्पताल में बनाए गए ट्रेनिंग सेंटर में चार जनवरी को सभी होमगार्ड को ट्रेनिंग दी जानी है। दूसरे, तीसरे और चौथे फेस में वैक्सीन देने के कार्य को लेकर होमगार्डो की संख्या बढ़ाई जाएगी। पहले फेज को लेकर आशा वर्कर, एएनएम और चिकित्सकों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। कोरोना वैक्सीन लगने के बाद किसी भी प्रकार की दिक्कत आने पर एईएफआइ कमेटी जांच करेगी। इस कमेटी का गठन कर दिया है।
सीनियर चिकित्सक नीलम कक्कड़, डा. नीरज मंगला, फिजिशियन डा. राजीव मित्तल सहित करीब दस चिकित्सकों का गठन किया गया है। इसमें दो निजी अस्पताल के चिकित्सक भी शामिल हैं। जिला नागरिक अस्पताल और सिग्नस अस्पताल में एईएफआइ सेंटर बनाए गए हैं।
सिविल सर्जन डा. ओमप्रकाश ने बताया कि कोरोना वैक्सीन लगाने के कार्य को लेकर तैयारियां की जा रही हैं। विभाग के पास 39 हजार सीरिंज पहुंच चुकी है। वैक्सीन आने का इंतजार है। वैक्सीन लगाने के कार्य को लेकर बनाए गए हेल्थ केंद्रों पर ट्रायल होगा, ताकि जो प्लान तैयार किया गया है उस अनुसार बेहतर तरीके से काम हो।