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Haryana के परिवहन मंत्री बोले, मंत्री यहां की, अफसर फिर भी बेलगाम Panipat News

कष्ट निवारण समिति की बैठक में मंत्री मूलचंद शर्मा ने पेंशन बनने में देरी पर अफसरों को फटकार लगाई। उन्होंने कहा मंत्री यहां की होने के बावजूद अफसर लापरवाह हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Fri, 14 Feb 2020 11:05 AM (IST)Updated: Fri, 14 Feb 2020 02:21 PM (IST)
Haryana के परिवहन मंत्री बोले, मंत्री यहां की, अफसर फिर भी बेलगाम Panipat News
Haryana के परिवहन मंत्री बोले, मंत्री यहां की, अफसर फिर भी बेलगाम Panipat News

पानीपत/कैथल, [पंकज आत्रेय]। पहली बार जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक लेने कैथल पहुंचे प्रदेश के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा पूरी तरह आक्रामक दिखे। उन्होंने बुढ़ापा पेंशन बनने में देरी की शिकायतों पर कलायत की विधायक व समाज कल्याण राज्यमंत्री कमलेश ढांडा पर भी टिप्पणी कर दी। तीन बार ढांडा का नाम लेकर उन्होंने कहा कि मंत्री ढांडा यहां से ही हैं। अफसर फिर भी लोगों को परेशान कर रहे हैं। यह कब तक चलेगा? उनके विभाग के अधिकारियों का उनके जिले में ही बुरा हाल है। 

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परिवहन मंत्री के साथ बैठे हरियाणा पर्यटन निगम के चेयरमैन और पूंडरी के विधायक रणधीर गोलन ने उनकी बात काट दी। बोले, मंत्री जी तो ठीक हैं जनाब। छोटे अधिकारी ही काबू नहीं आ रहे। एकाध नै सस्पेंड कर द्यो बाकियां कै आपे आंख हो ज्यांगी। 

दरअसल, बैठक में ढांड की कृष्णा देवी ने शिकायत की कि पेंशन के लिए 30 मई 2019 को ऑनलाइन आवेदन किया था। उसकी प्रति ढांड बीडीपीओ कार्यालय में जमा कराई थी, लेकिन मूल दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए थे। इस पर जिला समाज कल्याण अधिकारी कुलदीप शर्मा ने बताया कि मूल दस्तावेज नहीं देेने के कारण देरी हुई।  प्रार्थी से संपर्क किया गया था और सुरेंद्र नाम का एक कर्मचारी कागजात लेने भी गया था। इस पर लापरवाही बरतने वाले अनुबंधित कर्मचारी सुरेंद्र के खिलाफ परिवहन मंत्री मूल चंद शर्मा ने कार्रवाई के आदेश दे दिए।

मंत्री की तल्खी देख बिजली अधिकारियों पर बरसे विधायक

कलायत के महीपाल का बिजली चोरी से जुड़ा एक मामला निगम के लिए गले की फांस बन गया है। करीब एक साल से अधिकारी जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में इस मामले में  फंसते आ रहे हैं, लेकिन समाधान की तरफ नहीं बढ़ रहे। बृहस्पतिवार को भी यही हुआ। परिवहन मंत्री मूल चंद शर्मा चेयरमैन बनने के बाद पहली बार कष्ट निवारण समिति की बैठक लेने पहुंचे थे। उन्होंने इस मामले में एक्सईएन भूपेंद्र वधावन को आड़े हाथों लिया, क्योंकि वे बिजली चोरी का कोई सबूत पेश नहीं कर सके। मंत्री की तल्खी देख उनके बगल में बैठे हरियाणा पर्यटन निगम के चेयरमैन रणधीर गोलन और विधायक लीला राम भी गुस्से में नजर आए।  गोलन बोले, मारोगे के गरीब आदमी नै। झूठा केस बना दिया। लीला राम ने भी मौका देखा और बोले, मंत्रीजी बिजली आलै अफसर तो दादागिरी करते हैं। मैं खुद भुगतभोगी हूं। वे यहां तक कह देते हैं कि जो बणै कर ल्यो।

मंत्री ने मांगे सबूत

विधायकों की बेबसी सुनकर परिवहन मंत्री का पारा और चढ़ गया। बोले, चोरी की कोई फोटो, वीडियोग्राफी है? सबूत क्या है चोरी का। बिना सबू्त के तो कोर्ट भी फैसला नहीं सुनाती और तुम लोगो ने एफआइआर दर्ज कर दी। एक्सईएन ने बीच में बोलना चाहा कि जेई ने रिपोर्ट की थी तो मंत्री ने उन्हें टोकते हुए कहा, जेई तो बेलगाम हो रहे हैं सारे। शिकायतकर्ता ने कहा कि बिजली वालों ने ही यह कहकर कोर्ट में केस डलवाया था कि इससे पुलिस से पीछा छूट जाएगा। 

बैठक में तीसरी बार आया मामला 

सांच के किसान कृष्ण लाल का मामला कष्ट निवारण समिति की बैठक में तीसरी बार आया। दो बार सांसद नायब सैनी आदेश कर चुके, लेकिन भाजपा के इस वरिष्ठ कार्यकर्ता की शिकायत का निपटारा नहीं हो रहा। दरअसल यह बुजुर्ग किसान अपने खेत में ङ्क्षसचाई के लिए खाल लगवाना चाहता है। इस बार पूंडरी के विधायक रणधीर गोलन, भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक गुर्जर और एसडीएम कैथल कमलप्रीत कौर की सदस्यता वाली कमेटी जांच करेगी।

 

मांग रहे संतुष्टि पत्र

गांव बरोट के मोहन की शिकायत थी कि बिजली निगम ने लंबी लड़ाई के बाद उसके खेतों में ट्रांसफार्मर तो लगवा दिया, लेकिन उसका हैंडल नहीं लगवाया। चार दिन से उसे फोन करके संतुष्टि पत्र मांग रहे हैं। इस मामले में एक्सईएन ने जवाब दिया कि संबंधित जेई को चार्जशीट किया गया है और एसडीओ से जवाब मांगा गया है। शिकायतकर्ता पर दबाव बनाकर संतुष्टि पत्र मांगने की एक और शिकायत बैठक में आई।

तीन विभाग तलब

नेशनल हाइवे पर ढांड रोड से लेकर रेलवे फाटक तक नौ पोल हैं, लेकिन उन पर लाइट नहीं लगाई गई। सेक्टर-19 निवासी नरेश गर्ग की इस शिकायत पर नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया, पीडब्ल्यूडी विभाग और नगर परिषद कैथल के अधिकारी तलब किए गए। एनएचएआइ के एक्सईएन का कहना था कि उन्होंने यह सड़क अब पीडब्ल्यूडी को हैंडओवर कर दी है। परिवहन मंत्री ने पीडब्ल्यूडी को लाइट लगाने के आदेश दिए।

आदमी दुनिया से चला गया, कागज नहीं दे सकते

गांव किठाना के अजमेर की शिकायत थी कि सड़क हादसे में उसके भाई की मौत हो गई थी। सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जा रहा। परिवहन मंत्री ने इस पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि आदमी दुनिया से चला गया, तुम लोग एक कागज नहीं दे सकते। ऐसी शिकायत दोबारा बैठक में नहीं आए।


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