अस्पताल की नई बिल्डिंग में शिफ्ट हुआ ट्रेनिंग सेंटर का सामान
जागरण संवाददाता, पानीपत : सिविल अस्पताल परिसर स्थित ट्रेनिंग सेंटर, एंबुलेंस कंट्रोल रूम, ड्राइवर
जागरण संवाददाता, पानीपत : सिविल अस्पताल परिसर स्थित ट्रेनिंग सेंटर, एंबुलेंस कंट्रोल रूम, ड्राइवर रूम व सरकारी गाड़ी स्टेंड भवन को गिराने के लिए ठेकेदार को तीन माह का समय दिया गया है। सोमवार से भवनों को ध्वस्त करने का कार्य शुरू हो जाएगा। इधर, ट्रेनिंग सेंटर की कुर्सी-मेज, एलसीडी आदि सामान नई बिल्डिंग की पहली मंजिल पर शिफ्ट करा दिया गया है। जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र कार्यालय का सामान भी बिल्डिंग से बाहर निकालकर, नई बिल्डिंग में पहुंचाया जा रहा है।
13 सितंबर को अतिरिक्त जिला उपायुक्त राजीव मेहता, सिविल सर्जन डॉ. संतलाल वर्मा, डिप्टी सीएमओ डॉ. नवीन सुनेजा, पीडब्ल्यूडी बी एंड आर के एक्सईएन प्रदीप अत्री व एसडीओ सत्यप्रकाश सिंगला की मौजूदगी में ट्रेनिंग सेंटर, एंबुलेंस कंट्रोल रूम, ड्राइवर रूम व सरकारी गाड़ी स्टेंड भवन को गिराने की नीलामी हुई थी। कुल 7 ठेकेदारों ने बोली में हिस्सा लिया था। न्यूनतम राशि 4 लाख 59 हजार 38 रुपये से शुरु हुई बोली 4.64 लाख पर पहुंचकर, जींद के गोपाल कृष्ण ने नाम रही। नीलामी की शर्तो के मुताबिक उच्चतम बोली दाता से एक चौथाई रकम (1 लाख 16 हजार रुपये) मौके पर ही जमा कराए गए थे। बाकी रकम मंगलवार की सायं तक सिविल सर्जन कार्यालय में जमा कराने थे। डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. नवीन सुनेजा के मुताबिक ठेकेदार नगदी लेकर पहुंचा था। नगदी को बैंक में जमा कराने की दिक्कतों के चलते अब उससे चेक मांगा गया है।
डॉ. सुनेजा ने बताया कि ठेकेदार को तीन माह के अंतराल में बिल्डिंग वाला स्थान पूरी तरह समतल करना है।
रकम नहीं हुई जमा तो नीलामी रद
सिविल सर्जन डॉ. संतलाल वर्मा ने बताया कि बुधवार तक उच्चतम बोली दाता को बाकी रकम का चेक स्वास्थ्य विभाग को देना है। चेक नहीं दे सका तो शर्तो के मुताबिक नीलामी रद कर दी जाएगी। ठेकेदार की जमा रकम भी जब्त हो जाएगी।
सोमवार तक बिजली कनेक्शन
नई बिल्डिंग में बिजली कनेक्शन की देरी है। सोमवार तक कनेक्शन लगने की उम्मीद है। बिल्डिंग में बिजली पहुंचते ही जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. शशि गर्ग, पीसीपीएनडीटी अधिकारी डॉ. सुधीर बत्रा के ऑफिस का सामान व स्टॉफ सदस्य भी नई बिल्डिंग में बैठने लगेंगे।
आवेदकों को होगी दिक्कत
जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र कार्यालय का सामान मंगलवार से नई बिल्डिंग में पहुंचाना शुरू कर दिया गया। रिकॉर्ड को सुरक्षित पहुंचाना, सभी फाइलों को सलीके से रखने में तीन-चार दिन का समय लग सकता है। इतने समय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करने वाले तथा प्रमाण पत्र हासिल करने वालों को बैरंग लौटना पड़ सकता है।
16 फरवरी तक तैयार होगी बिल्डिंग
सिविल अस्पताल परिसर में 31 करोड़ 24 लाख 61 हजार की लागत से निर्माणाधीन बिल्डिंग फरवरी 2018 तक स्वास्थ्य विभाग को टेकओवर करनी है। निर्माण एजेंसी केबीजी इंजीनियरों के मुताबिक 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। ओपीडी व डायग्नोस्टिक ब्लॉक को पूरी तरह तैयार है।