रसोई गैस के दाम बढ़ने से तीन लाख उपभोक्ताओं पर पड़ेगा बोझ
रसोई गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने का असर जिले के तीन लाख उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। मंहगाई के कारण पहले से ही रसोई का खर्च बढ़ा हुआ है। अतिरिक्त बोझ से रसोई का बजट बिगड़ जाएगा।
जागरण संवाददाता, पानीपत : रसोई गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने का असर जिले के तीन लाख उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। मंहगाई के कारण पहले से ही रसोई का खर्च बढ़ा हुआ है। अतिरिक्त बोझ से रसोई का बजट बिगड़ जाएगा।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 50 रुपये बढ़ा दी है। सब्सिडी पहले ही बंद कर दी गई थी। करीब ढाई माह में तीन बार 50-50 रुपये कर 150 रुपये की वृद्धि सरकार द्वारा प्रति सिलेंडर की गई है। गैस सिलेंडर के रेट हजार रुपये के पार जाने से उपभोक्ता परेशान हैं। गरीब और मजदूर उपभोक्ताओं की परेशानी काफी बढ़ गई है।
समालखा के सराय मोहल्ला की गृहिणी उषा रानी ने बताया कि महंगाई के कारण पहले से उसकी रसोई का बजट बिगड़ा था। लगातार बढ़ रही गैस की कीमत ने उसके सामने मुसीबत खड़ी कर दी है। रोजगार के नाम पर एक व्यक्ति परिवार में कमाने वाला है। तीन बच्चे पढ़ने वाले हैं। इसका व्यापक असर परिवार के रहन सहन पर पड़ेगा।
व्यवसायी यशपाल शर्मा ने बताया कि पिछले माह भी 50 रुपये रसोई गैस की कीमत बढ़ी थी। सब्सिडी भी अब नहीं आ रही है। उसे भी समाप्त कर दी गई। अब लगातार सिलेंडर के दाम बढ़ते जा रहे हैं। इस तरह तो परिवार चलाना मुश्किल हो जाएगा।
राजीव उर्फ बाबी हथवाला ने बताया कि किसान पहले से ही महंगाई और फसल के उचित दाम नहीं मिलने से परेशान हैं। उनकी माली हालत ठीक नहीं है। गैस के बिना रसोई का काम चल नहीं सकता है। इस हाल में सरकार को इस पर विचार करना चाहिए। वृद्धि को तत्काल वापस लेना चाहिए।
तिरुपति गैस एजेंसी के मालिक प्रवीण जुनेजा ने बताया कि विगत ढाई माह में यह तीसरी वृद्धि है। अब उपभोक्ताओं को 1010 की जगह 1060 रुपये में सिलेंडर मिल रहे हैं। व्यवसायिक सिलेंडरों पर 8.50 रुपये कम हुए हैं। इसका रेट पहले से ही 2064 रुपये था।