आज से तीन दिन पिलाई जाएगी दो बूंद जिंदगी की, दो बेटियों से हुआ शुभारंभ
बेटियों को पोलियो रोधी खुराक पिलाकर डीसी धर्मेंद्र सिंह ने अभियान का शुभारंभ किया। कोई बच्चा छूटे नहीं स्वास्थ्य विभाग को दिए निर्देश। कोरोना वैक्सीनेशन पर भी दें ध्यान। आज बूथों पर खुराक पिलाई जाएगी बाकी दो दिन 700 टीमें घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो रोधी खुराक पिलाएंगी।
पानीपत, जेएनएन। पानीपत में दो बूंद जिंदगी की, पिलाने का अभियान शुरू हो गया है। तीन दिवसीय पल्स पोलियो अभियान का सिविल अस्पताल में डीसी धर्मेंद्र सिंह ने दो बेटियों को खुराक पिलाकर शुभारंभ किया। उन्होंने दो टूक निर्देश दिए कि कोई बच्चा छूटे नहीं, ध्यान रखा जाए। डीसी ने जिला वैक्सीन स्टोर का भी निरीक्षण किया।
डीसी ने सिविल सर्जन डा. संतलाल वर्मा से कोरोना वैक्सीनेशन की अपडेट मांगी। पहले चरण के प्रथम चक्र में 6660 हेल्थ वर्कर्स में से 3265 (मात्र 49 फीसद) को टीका लगने पर उन्होंने कहा कि इस तरह तो 10-12 दिन और लग जाएंगे। दूसरा चक्र और दूसरा चरण भी शुरू करना है।कोरोना वैक्सीनेशन को गंभीरता से लें। पोलियो अभियान के विषय में सिविल सर्जन ने बताया कि शून्य से पांच वर्ष की आयु के 2.5 लाख बच्चों को पोलियो रोधी खुराक पिलाने का लक्ष्य है।
700 टीमें घर घर जाएंगी
शनिवार को माडल टाउन, सेक्टर-25 स्थित झुग्गी बस्ती में हुई प्री-एक्टिविटी की गई थी। आज बूथों पर खुराक पिलाई जाएगी, बाकी दो दिन 700 टीमें घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो रोधी खुराक पिलाएंगी। डीसी ने जिला वैक्सीन स्टोर का भी निरीक्षण किया।इस मौके पर डिप्टी सिविल सर्जन डा. नवीन सुनेजा, चिकित्सा अधीक्षक डा. आलोक जैन, डिप्टी एमएस डा. अमित पोरिया, डा. राघवेंद्र सिंह, जिला आशा को-आर्डिनेटर पूनम, मेटरन राजबाला, सोहन सिंह, कृष्णा भाटिया मौजूद रहे।
एक बार हो चुका स्थगित
पल्स पोलियो अभियान 17 जनवरी से शुरू होना था। इससे पहले राज्य स्टोर्स में पहले चरण के प्रथम सत्र के लिए कोरोना की वैक्सीन का स्टाक पहुंच गया। सरकार ने 16 जनवरी से कोरोना वैक्सीनेशन की घोषणा भी कर दी थी। तब तक पोलियो की वैक्सीन मिली नहीं थी।इसके चलते स्वास्थ्य विभाग ने पोलियो अभियान को स्थगित कर दिया था।
अभिभावकों की भूमिका अहम
सिविल सर्जन ने कहा कि पल्स पोलियो अभियान में अभिभावकों की भूमिका अहम होती है। जनमानस के सहयोग से ही कार्यक्रम सफल होते हैं। कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए बूथों पर बच्चों को लेकर आएं। मास्क पहनें, दो गज की शारीरिक दूरी का ध्यान रखें।