शौर्य दिवस पर इस बार भाजपाई-कांग्रेसी एक मंच पर, मॉरीशस, नेपाल, नागपुर, महाराष्ट्र से पहुंचेंगे मराठा
सीएम मनोहर लाल मुख्य अतिथि और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल विशिष्ट अतिथि होंगे।
पानीपत, जेएनएन। पानीपत की तीसरी लड़ाई (14 जनवरी 1761) के लिए मशहूर कालाअंब में मंगलवार को इस बार नया इतिहास लिखा जाएगा। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल और हरियाणा के सीएम मनोहर लाल एक साथ मंच पर मौजूद होंगे। महाराष्ट्र के अतिरिक्त मॉरीशस और नेपाल से भी मराठा परिवार इस कार्यक्रम में पहुंचेंगे।
युद्ध की 259 वीं बरसी पर शौर्य दिवस मनाने की तैयारी पूरी हो चुकी है। मराठा जागृति मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र मराठा कार्यक्रम के आयोजक हैं। 2014 में करनाल लोकसभा सीट से उन्होंने बसपा से चुनाव लड़ा था। पराजित होने के बाद कांग्रेस का दामन थाम लिया। बता दें कि 14 जनवरी 2019 को कालाआंब में शौर्य दिवस समारोह दो जगहों पर मनाया गया था। प्रशासन से अनुमति मिलने में देरी होने पर वीरेंद्र मराठा ने कालाअंब से 500 मीटर दूर टेंट लगा कर शौर्य दिवस मनाया था। भाजपा कार्यकर्ताओं ने भीतर मुख्य ग्राउंड में समारोह आयोजित किया। बीते वर्ष सीएम मनोहर लाल के आने का कार्यक्रम अंतिम समय में रद कर दिया गया था। लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल होने वाले वीरेंद्र मराठा ने नंद कुमार बघेल को पानीपत आने का न्योता दिया है। दैनिक जागरण से बातचीत में मराठा ने बताया कि इसके कोई खास राजनीतिक मायने नहीं हैं। छत्रपति शिवाजी कुर्मी मराठा थे। नंद कुमार बघेल भी इसी बिरादरी से आते हैं। उन्होंने स्वयं कार्यक्रम में आने की इच्छा जताई। करनाल सीट से भाजपा सासंद संजय भाटिया, पानीपत शहर विधायक प्रमोद विज व ग्रामीण विधायक महीपाल ढांडा भी शिरकत करेंगे। नागपुर के महाराजा मुधोजी राजे भोंसले, बाजीराव मस्तानी के वंशज श्रीमंत शादाब बहादुर सहित दिल्ली, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र से भी मराठा पहुंचेंगे।
कालाअंब परिसर में बनेगा स्मारक
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 23 अगस्त 2019 को कालाअंब में 30 एकड़ में स्मारक बनाने की घोषणा की थी। सीएम शिव चौक पर जन आशीर्वाद रैली को संबोधित करने पहुंचे थे। भारतीय और विदेशी पर्यटकों को खींचने, राजस्व वृद्धि और युद्धों को जीवंत करने के लिए सरकार ने यह घोषणा की हुई है। मुख्यमंत्री इस प्रोजेक्ट को लेकर बड़ी घोषणा कर सकते हैं।
44.50 करोड़ से बनेगा वॉर मेमोरियल
1761 में वीर मराठों और अहमदशाह अब्दाली के बीच तीसरी लड़ाई को जीवंत दिखाने के लिए सेक्टर 6 स्थित ताऊ देवीलाल पार्क में छह एकड़ भूमि पर युद्ध स्मारक निर्माण की घोषणा भी हुई है। इस पर 44.50 करोड़ रुपये खर्च होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 फरवरी 2019 को युद्ध स्मारक (वार मेमोरियल) का शिलान्यास किया था।