लड्डू गोपाल को झूला झुलाया, आज भी जन्माष्टमी का उत्साह
जागरण संवाददाता पानीपत इस बार शहर में दो दिन जन्माष्टमी मनाई जा रही है। कोरोना की वजह
जागरण संवाददाता, पानीपत : इस बार शहर में दो दिन जन्माष्टमी मनाई जा रही है। कोरोना की वजह से श्रद्धालु जरूर बाहर नहीं निकले लेकिन अपनी-अपनी आस्था अनुसार घरों में लड्डू गोपाल को झूला झुलाया। बुधवार को भी मंदिर सजेंगे। घरों में भी भजन होंगे। मंगलवार को किस मंदिर में कैसे मनाई गई जन्माष्टमी, जागरण की टीम ने जाकर देखा। मंदिरों में झांकिया नहीं दिखी, साज-सज्जा भी कम रही। हालांकि श्रद्धालुओं के उत्साह में कमी नहीं आई। जिला प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए श्रद्धालु मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग कर अपने-अपने निकटतम मंदिर में कान्हा जी को झुलाने और फिर जन्म के मौके पर उनकी आरती में शामिल हुए। श्रीराधा कृष्ण मंदिर, आठ मरला चौक
श्रीराधा कृष्ण मंदिर के प्रधान अशोक शर्मा ने बताया कि ठाकुर जी को सजाया गया है। इस बार झांकियां नहीं हैं। कोरोना को लेकर दिशा-निर्देशों का पालन किया जा रहा है। आरती के लिए मुख्य अतिथि अनिल पहलवान और रामशरण नंदा रहे। राधा रमन मंदिर, विराट नगर
मंदिर समिति के प्रधान सेवादार विपिन चुघ ने बताया कि श्रीकृष्ण का दरबार सजाया गया है। झांकी नहीं लगाई गई। श्रद्धालु मास्क लगाकर शारीरिक दूरी का पालन कर रहे हैं। सनातन धर्म मंदिर, मॉडल टाउन
मंदिर समिति प्रधान तरुण गांधी ने बताया कि कृष्ण प्रेमी अपने-अपने ठाकुर जी को साथ लेकर पहुंचे। श्रीकृष्ण के पालने को हिलाया और मंगल कामना की। मंदिर परिसर में बेहतर ढंग से सजाया गया। कोरोना के सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया गया। इस दौरान राम रक्खा, अमन, सुरेश मित्तल का सहयोग रहा। श्री सिद्ध बाबा कांशीगिरी मंदिर, सनौली रोड
मंदिर संरक्षक चेतन दास सेतिया ने बताया कि जन्माष्टमी का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। छोटे-छोटे बच्चे श्री कृष्ण का रूप धारण कर मंदिर पहुंचे। मुख्य पुजारी श्याम सुंदर ने बताया कि श्रीकृष्ण के जन्म पर आरती का आयोजन किया गया। इस दौरान मंदिर समिति पदाधिकारी सूरज पहलवान, लक्ष्मी बजाज, योगराज आर्य, देशराज आर्य, हरीश खुराना, पूरनचंद बजाज, किशनलाल आर्य का सहयोग रहा। घर में सजाया कान्हा जी को
जासं, पानीपत : मॉडल टाउन की गीता प्रिया सीमा बब्बर बीते 17 वर्ष से घर में ही जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण का दरबार सजा रही हैं। ठाकुर जी को झूले में सजाकर विधिवत रूप से उनके जन्म का उत्सव मनाया जाता है। इसके लिए उन्होंने घर में ही श्रीकृष्ण का मंदिर बनाया हुआ है। उनके मकान में ही चीज श्रीकृष्ण से जुड़ी हुई है।