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परिवार करोड़पति, बच्‍चे महाठग, दिल्‍ली का है ये खतरनाक गैंग

करोड़पति परिवारों के चार दोस्तों ने गैंग बना की ठगी। सरगना अमन गिरफ्तार। एक के बाद एक नए मामले सामने आते जा रहे हैं। सीसीटीवी कैमरों में दिखाई दे गई थी इनकी तस्‍वीर।

By Ravi DhawanEdited By: Published: Sun, 18 Nov 2018 04:24 PM (IST)Updated: Mon, 19 Nov 2018 12:58 PM (IST)
परिवार करोड़पति, बच्‍चे महाठग, दिल्‍ली का है ये खतरनाक गैंग
परिवार करोड़पति, बच्‍चे महाठग, दिल्‍ली का है ये खतरनाक गैंग

पानीपत, जेएनएन - क्‍या आप यकीन करेंगे कि परिवार तो करोड़पति हो और बच्‍चे महाठग। लाखों रुपये का सामान लेकर फरार हो जाने वाले ठग। पुलिस ने जब भी इनके सरगना को तो पकड़ा तो एक बार विश्‍वास ही नहीं हुआ कि ये ठगी करने वाले भी हो सकते हैं। एक-एक कर कडि़यां जुड़ती जा रही हैं और नए मामले सामने आते जा रहे हैं। इस दिल्‍ली के महाठग गैंग के बारे में पढ़ें ये खास खबर।

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पानीपत के चार दुकानदारों से पांच दिन के भीतर 7.83 लाख रुपये दिल्ली के गिरोह ने ठगे थे। इसके सरगना दिल्ली के दरियागंज के श्यामबाग भवन निवासी अमन कपूर को सीआइए-1 पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अदालत में पेश किया, जहां से उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड लिया गया है।

इनकी चल रही तलाश
गिरोह में शामिल दिल्ली के पटेल नगर के मनीष उर्फ मिंटू, दिल्ली के रमेश नगर के मुकेश और उत्तर पूर्वी दिल्ली के भोलानाथ नगर के सचिन उर्फ मोनी की तलाश में पुलिस छापामारी कर रही है। सभी आरोपित दोस्त हैं और करोड़पति परिवारों से ताल्लुक रखते हैं। पुलिस के अनुसार क्लब के खर्चे पूरे करने व अय्याशी का शौक पूरा करने के लिए यह ठगी करने लगे। 

फर्जी फर्म बनाई
डीएसपी मुख्यालय सतीश कुमार वत्स ने शनिवार को सीआइए-1 में प्रेसवार्ता कर बताया कि गत 20 अक्टूबर को अमन, सचिन, मनीष और मुकेश ने एमएस हैंडलूम के नाम से फर्जी फर्म बनाई। इसका रजिस्ट्रेशन भी नहीं था। इस फर्म का संजय कॉलोनी शुगर मिल के सामने बीएस गेस्ट हाउस के मालिक से प्रथम तल पर कार्यालय बनाया। इसके बाद इन्होंने ठगी की वारदातों को अंजाम दिया। दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में मुकेश, सचिन और मनीष की तस्वीर कैद हो गई थी। अमन बाहर कार में था। इसी वजह से उसकी तस्वीर सीसीटीवी में नहीं आई थी।  

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ऐसे की थी ठगी की वारदात    
27 अक्टूबर को जीटी रोड ईट स्ट्रीट होटल के पास स्थित श्रीराम एजेंसी के मालिक अशोक गुप्ता दुकान पर थे। तभी डीएल 8 सीएल 178 नंबर की सेंट्रो कार से तीन युवक वहां पहुंचे। सचिन नामक युवक कार से उतरकर आया और बोला कि उसने नौल्था में हैंडलूम की फैक्ट्री खोली है। संजय कॉलोनी स्थित खुशी अस्पताल के प्रथम तल पर उनका कार्यालय है। इसमें 40 से 50 एसी लगवाने हैं। दो लाख रुपये की कीमत के छह एसी (एयर कंडीशनर) व 40 इंच की एलसीडी वहां भेज दें। पेमेंट वहीं पर मिल जाएगी। दुकानदार ने सामान भेज दिया। इसके बाद सचिन और उसके साथी एसी और एलसीडी लेकर फरार हो गए।

यहां भी ऐसे ही दिया झांसा
30 अक्टूबर को दो युवक मॉडल टाउन के नारायण सिंह पार्क कॉलोनी निवासी योगेंद्र बंसल के आर्य कॉलेज रोड पर स्थित बंसल रेडियो कार्पोरेशन नामक शोरूम में पहुंचे। इनमें से सचिन नामक युवक ने कहा कि संजय कॉलोनी के एमएस हैंडलूम के कार्यालय में चार एसी व एक एलसीडी भेज दे। कार्यालय में पेमेंट कर देंगे। उसने एसी व एलसीडी कार्यालय में भेज दिए। सचिन ने सामान रखवा लिया, लेकिन पैसे नहीं दिए। बाद में योगिंद्र ने नौकर को पैसे लेने भेजा तो कार्यालय में एसी व एलसीडी नहीं थी। इसी तरह से ठगों ने लालबत्ती चौक स्थित नागपाल वाच की दुकान से 60 हजार रुपये की कीमत की तीन घड़ी और किशनपुरा के पास कंबल बाजार के एक दुकानदार से 3.87 लाख रुपये का हैंडलूम का सामान ठग लिया।

सामान लालबत्ती के पास दुकान शोरूम पर बेचा
दुकानदार योगेंद्र बंसल ने बताया कि नौकर जब ठगों के कार्यालय पहुंचा तो वहां से एक ऑटो सामान लेकर जा रहा था। उसने पीछा किया तो ऑटो लालबत्ती के पास एक शोरूम पर रुका। यहीं पर सारा सामान बेचा गया। बाद में शोरूम मालिक ने एसी और एलसीडी खरीदे जाने से इन्कार कर दिया।

किराये का कमरा ले रखा था, दूसरे का मोबाइल इस्तेमाल करते थे
सीआइए-1 प्रभारी दीपक कुमार ने बताया कि अमन व सचिन शातिर हैं। अमन के नाम से लिए गए मोबाइल नंबर का इस्तेमाल सचिन कर रहा था। इसी तरह से उन्होंने वारदात में इस्तेमाल कार भी किसी और से ले रखी थी। किराये का कमरा भी ले रखा था और वहीं का पता भी देते थे। अमन व उसके साथियों ने दिल्ली, सोनीपत व अन्य कई जगहों पर ठगी की है।


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