महंगे शौक पूरे करने के लिए मिलकर करने लगे चोरी, पुलिस ने पकड़ा, 20 वारदातों का खुलासा
पानीपत में चोर गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। गिरोह के सदस्य अपने शौक पूरा करने के लिए चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में 20 वारदातों का खुलासा हुआ है।
पानीपत, जागरण संवाददाता। पानीपत में जिला पुलिस की सीआइए थ्री टीम के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है। टीम ने झपटमारी, चोरी व बाइक चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोह के तीन सदस्य को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में 20 वारदातों का खुलासा हुआ है।
चोरी की नौ बाइक, 19 मोबाइल फोन व 35 हजार रुपये की नकदी बरामद हुई है। आरोपितों की पहचान मंगल व अमित निवासी रिसालू तथा विमलजीत निवासी बाबू नगरा बरेली उत्तर प्रदेश, हाल किरायेदार रिसालू पानीपत के तौर पर हुई। तीनों को मंगलवार को अदालत पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
ऐसे मिली कामयाबी
सीआइए-थ्री प्रभारी इंस्पेक्टर अंकित ने बताया कि सोमवार को उनकी टीम गश्त के दौरान रिसालू रोड पर मौजूद थी। सूचना मिली की गांव रिसालू निवासी दो युवक गांव में एक प्रवासी युवक के साथ किराये पर कमरा ले रहते हैं। संदेह है कि तीनों मिलकर आपराधिक कार्य को अंजाम देते है। पुलिस ने दबिश देकर तीनों को पकड़ प्रारंभिक पूछताछ की तो आरोपितों ने 26 मार्च की सुबह बाइक पर सवार होकर सेक्टर 13-17 में यूनियन बैंक के नजदीक स्कूटी सवार युवक के गले से सोने की चैन झपटने की वारदात को अंजाम देने की बात कबूल की।
मामला संजय खुराना निवासी सेक्टर 13-17 की शिकायत पर दर्ज है। इंस्पेक्टर के मुताबिक गहनता से पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि झपटी गई चैन को अज्ञात युवक को बेचकर कुछ पैसे खाने पीने में खर्च कर दिए। बचे 35 हजार रुपये व वारदात में प्रयोग बाइक को पुलिस ने कब्जे में ले पूछताछ की तो आरोपितों ने विभिन्न स्थानों से बाइक चोरी की छह वारदातों सहित मकानों, दुकानों, आफिसों व अन्य स्थानों पर चोरी की 20 वारदातों को अंजाम दिया। आरोपितों के कब्जे से मिली नौ में से तीन बाइकों के मालिक की पहचान न होने पर 102 सीआरपीसी के तहत कब्जा पुलिस में लिया गया है।
महंगे शौक पूरे करने के चक्कर में बने चोर
इंस्पेक्टर अंकित ने बताया कि गिरोह का मास्टर माइंड मंगल है। तीनों आरोपितों ने महंगे शौक पूरे करने के चक्कर में मिलकर चोरी की वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया था। जो करीब दो साल से चोरी की वारदातों को अंजाम देते आ रहे थे। आरोपित बाइक चोरी कर छिपाने के लिए किराये के कमरे पर खड़ी कर देते थे।
इन वारदातों का हुआ खुलासा