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तीसरी बेटी ने जन्म लिया तो रो पड़े थे सभी, अब गांव की बनी शान, यूं चमकाया नाम Panipat News

दनौदा गांव की बेटी मोनिका ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हैंडबॉल में नाम किया। अब उसे रेलवे में नोकरी मिली है।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Thu, 20 Jun 2019 10:30 AM (IST)Updated: Thu, 20 Jun 2019 11:53 AM (IST)
तीसरी बेटी ने जन्म लिया तो रो पड़े थे सभी, अब गांव की बनी शान, यूं चमकाया नाम Panipat News
तीसरी बेटी ने जन्म लिया तो रो पड़े थे सभी, अब गांव की बनी शान, यूं चमकाया नाम Panipat News

पानीपत/जींद, [महा सिंह श्योराण]। बात सन 2000 की है। जब दनौदा गांव के राजेंद्र सिंह के घर तीसरी बेटी का जन्म हुआ था। उसके जन्म पर मां-बाप और अन्य परिजनों की आंखों से निराशा के आंसू निकल आए थे। तब सबको बेटा होने की उम्मीद थी, लेकिन परिजनों ने बेटी मोनिका को भी बेटे की तरह पाला। बेटी ने हैंडबॉल में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम चमकाया है। अब उसे खेल के दम पर रेलवे में नौकरी मिली है। इस पर मां-पिता की आंखों में खुशी के आंसू आ गए। 

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दनौदा गांव की बेटी और अंतरराष्ट्रीय हैंडबॉल खिलाड़ी मोनिका ने 12 साल की उम्र में ही पिता के मार्गदर्शन में हैंडबॉल खेलना शुरू कर दिया था। बेटी के शौक को देखकर परिजनों ने भी उसे आगे बढऩे में मदद की। वर्ष 2011-12 में अंडर-12 की राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में मोनिका ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया, तो परिजनों की उम्मीदें बढ़ गई थी। वर्ष 2012-13 में मोनिका ने अंडर-14 की दिल्ली प्रतियोगिता में दूसरी पोजीशन और वर्ष 2013-14 में सब जूनियर प्रतियोगिता में तेलंगाना में प्रथम स्थान प्राप्त किया। 

बेटी अच्छा खेली तो दी सुविधाएं
बेटी के शानदार खेल को देखते हुए परिजनों ने डाइट और अन्य सुविधाएं बढ़ा दी। इसका असर यह रहा कि वर्ष 2017-18 में आईएचएफ कांटिनेंटल ट्रॉफी में तीसरी पोजीशन प्राप्त की और 2018-19 में हिमाचल में हुई प्रतियोगिता में मोनिका ने प्रथम स्थान प्राप्त करते हुए बेस्ट प्लेयर इन इंडिया का खिताब जीता। हालांकि इस उपलब्धि में मोनिका के पिता पिता राजेंद्र का भी अहम योगदान है। वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई बार हैंडबॉल के रेफरी रह चुके हैं और दनौदा के सरस्वती स्कूल में हैंडबॉल के कोच हैं, जिसमें मोनिका ने 12वीं तक पढ़ाई की है। 

रेलवे में मिली नौकरी
खेल के दम पर मोनिका को रेलवे में इलेक्ट्रिक विभाग में क्लर्क पद पर नियुक्त किया गया है। मोनिका ने अपनी 12वीं तक की पढ़ाई दनौदा के सरस्वती सीनियर सेकेंडरी स्कूल से 89 प्रतिशत अंकों से पास की है। मोनिका के अलावा इस स्कूल की अंतरराष्ट्रीय स्तर की तीन हैंडबॉल खिलाड़ी अनुमीत, सुषमा और मनजीत भी रेलवे में पहले ही नौकरी पा चुकी हैं। खास बात यह है कि मोनिका खेल के साथ पढ़ाई में भी आगे है। नरवाना के एसडी महिला महाविद्यालय में बीए द्वितीय वर्ष में पढ़ रही मोनिका ने बीए प्रथम वर्ष में प्रथम श्रेणी हासिल की है।

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