बूढ़ी स्कूल बस में बैठे थे बच्चे, इंपाउंड
आरटीए सेक्रेटरी शम्मी शर्मा ने बताया कि कुल 15 स्कूल बसों की जांच की गई। चार स्कूलों की बसों में जीपीएस सीसीटीवी कैमरे नहीं मिले जिनका तुरंत चालान कर दिया गया।
जागरण संवाददाता, पानीपत : निजी स्कूलों की अनफिट बसों पर रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (आरटीए) ने शिकंजा कस दिया है। शुक्रवार को जिले में तीन घंटे तक चेकिग अभियान चलाया गया। ऑनलाइन रिकॉर्ड चेक करने पर एक स्कूल बस ओवरएज मिली जिसे इंपाउंड कर लिया गया। वहीं, चार अन्य स्कूल बसों के भी चालान काटे गए।
आरटीए सेक्रेटरी शम्मी शर्मा ने बताया कि कुल 15 स्कूल बसों की जांच की गई। चार स्कूलों की बसों में जीपीएस, सीसीटीवी कैमरे नहीं मिले, जिनका तुरंत चालान कर दिया गया।
एसआर सीनियर सेकेंडरी स्कूल की बस जिसमें बच्चे बैठे थे, के रिकॉर्ड जांचे गए तो बस ओवरएज मिली। इसके बाद बस को वापस ले जाकर बच्चों को स्कूल परिसर में उतारा गया। उसके बाद बस को इंपाउंड कर दिया गया। फिलहाल, बस इसराना थाना में खड़ी है। बता दें कि एक से तीन अप्रैल तक हुए सर्वे में विभाग ने 203 स्कूलों की 849 बसों की जांच की थी। जिनमें करीब 500 बसों में खामियां मिली थी। 2014 के बाद से बस की नहीं हुई थी फिटनेस
परिवहन साइट पर मौजूद डाटा के मुताबिक बस की वर्ष 2014 के बाद से ही पासिग नहीं कराई गई थी। पिछले साढ़े तीन महीने पहले कंडम हो चुकी स्कूल बस अभी भी बच्चों को ढो रही थी।