Move to Jagran APP

जिसने एसिड कांड से दहलाया, वो पहाड़ों में छिपा था, इस तरह पकड़ा गया

अंबाला में सरकारी महिला कर्मी पर तेजाब फेंकने वाला मुख्य आरोपित मोती आखिरकार उत्तराखंड में जाकर क्यों छिपा? कैसे सीआइए को पता चला। जानने के लिए पढिय़े ये रिपोर्ट...।

By Ravi DhawanEdited By: Published: Sat, 20 Oct 2018 12:32 PM (IST)Updated: Sat, 20 Oct 2018 01:32 PM (IST)
जिसने एसिड कांड से दहलाया, वो पहाड़ों में छिपा था, इस तरह पकड़ा गया
जिसने एसिड कांड से दहलाया, वो पहाड़ों में छिपा था, इस तरह पकड़ा गया

जेएनएन, अंबाला/पानीपत : एसिड कांड से लोगों को दहला देने वाला मुख्य आरोपित मोती आखिरकार पकड़ा गया। वह पहाड़ों में जाकर छिपा था। आखिर किस तरह से वह पुलिस के हत्थे चढ़ा। पुलिस को कौन सा ऐसा सुराग हाथ लगा, जो मोती को सलाखों के पीछे ले गया।

loksabha election banner

अंबाला के सेक्टर 7 में कविता अनेजा के ऊपर तेजाब फेंकने वाले मोती को 15 दिन बाद पुलिस ने धरदबोचा। शुक्रवार को मोती को सीआइए स्टाफ की टीम ने उत्तराखंड से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित मोती चार अक्टूबर को हांसी के रूपनगर से मोटरसाइकिल चलाकर अंबाला पहुंचा था। उसके साथ नाबालिग युवक भी था। मोती मोटरसाइकिल चला रहा था जबकि नाबालिग युवक ने कविता पर तेजाब फेंक दिया था।

लालच देकर दोस्तों को भी किया था शामिल
इस घटना के दो दिन के बाद पुलिस ने नाबालिग युवक व उसके साथ रहने वाले नीतिन को भी पकड़ लिया था। तीनों हांसी के रूपनगर के ही रहने वाले हैं। नाबालिग को इस काम के लिए थ्री-व्हीलर और नीतिन को मोटरसाइकिल दिलाने का लालच दिया गया था।

acid attack

हॉस्पिटल में जिंदगी और मौत से जूझती कविता।

इस तरह वारदात को दिया अंजाम
मुख्य आरोपित मोती के साथ आरोपित नीतिन और नाबालिग ने 30 सितंबर को रेकी करने आए। मोती चला गया जबकि नीतिन और नाबालिग दोनों एक धर्मशाला में ठहर गए। इसके बाद नीतिन और एक अन्‍य आरोपित अरुण ने एक अक्टूबर को तेजाब डालने की योजना बनाई।

गांधी जयंती की छुट्टी से दो दिन टल गया था हादसा
एक अक्टूबर को कविता कार्यालय में नहीं गई। दो अक्टूबर को गांधी जयंती का अवकाश था। इसीलिए मोती ने दोनों का वापस बुला लिया। 4 अक्टूबर को मोती और नाबालिग सुबह 11 बजे हांसी से मोटरसाइकिल पर चले और अंबाला में स्टील के जग में तेजाब लाकर कविता के ऊपर फेंक दिया। मोती मोटरसाइकिल चला रहा था जबकि नाबालिग ने तेजाब फेंका। तेजाब के छींटे नाबालिग की बाजू पर भी गिरे।

मेरी नहीं तो किसी की नहीं होगी कविता
आरोपित मोती शादी शुदा और दो बच्चों का बाप है। इसके बावजूद वह कविता से शादी करना चाहता था। कविता एमएससी पास है जबकि मोती 10वीं। दूसरा, मोती शादी-शुदा भी था इसीलिए कविता ने उसे शादी से इंकार कर कह दिया था कि जितना उसके बारे में सोचता है, उतना अपने परिवार के बारे में सोचे। मोती, पीडि़त कविता की बुआ की ननद का लड़का भी है। इसीलिए परिवार वालों ने कई बार मोती को समझाया। इसके बाद कविता की शादी हो गई।

तेजाब डालने की दी थी धमकी
मोती फिर भी नहीं माना। जब कविता नहीं मानी तो मोती ने उस पर तेजाब डालने की धमकी दी। कविता ने इसे भी अनदेखा कर दिया। एक साल पहले उसने कविता से कह दिया था कि यदि वह उसकी नहीं होगी तो वह उसे किसी का नहीं होने देगा। इसीलिए उसने चार अक्टूबर को तेजाब डाल दिया। कविता इस समय मौत और जिंदगी से जूझ रही है।

पता करेगी पुलिस, और कोई आरोपित तो नहीं था शामिल
एसपी अशोक कुमार ने बताया कि मुख्य आरोपित मोती को हमने उत्तराखंड से गिरफ्तार कर लिया है। अब उसे रिमांड पर लेकर यह भी पता किया जाएगा कि उसके साथ कोई ओर तो शामिल नहीं था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.