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जमीन पर था स्टे, सिचाई विभाग ने उजाड़ी फसल

सिचाई विभाग का अमला पुलिस बल के साथ मंगलवार सुबह महराणा गांव पहुंचा और पूर्व सरपंच सहित दो किसानों की करीब चार एकड़ फसल जेसीबी से उजाड़ दी।

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Dec 2019 08:39 AM (IST)Updated: Wed, 04 Dec 2019 08:39 AM (IST)
जमीन पर था स्टे, सिचाई विभाग ने उजाड़ी फसल
जमीन पर था स्टे, सिचाई विभाग ने उजाड़ी फसल

जागरण संवाददाता, पानीपत: सिचाई विभाग का अमला पुलिस बल के साथ मंगलवार सुबह महराणा गांव पहुंचा और पूर्व सरपंच सहित दो किसानों की करीब चार एकड़ फसल जेसीबी से उजाड़ दी। किसानों ने स्टे कॉपी दिखाई। इसके बाद ही अमला लौटा। अब पीड़ित किसान सरकार से करीब ढाई लाख रुपये के मुआवजे की मांग कर रहे हैं।

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महराणा गांव के सुरेंद्र सिंह ने बताया कि गांव के करीब 20 किसान आठ एकड़ जमीन की बुआई कर रहे हैं। इसमें उसके भाई पूर्व सरपंच नरेंद्र सिंह और ग्रामीण राममेहर की भी जमीन है। इस जमीन पर उन्होंने स्टे ले रखा है और इसकी बुधवार को कोर्ट की तारीख लगी है। सिचाई विभाग के एसडीओ कपिल राणा, ड्यूटी मजिस्ट्रेट और 50 से ज्यादा पुलिसकर्मियों के साथ जेसीबी लेकर गांव पहुंचे। नायब तहसीलदार को जमीन के स्टे की कॉपी दे दी थी। नायब तहसीलदार ने कापी एसडीओ कपिल को दे दी। इसके बावजूद उसके भाई और राममेहर की करीब चार एकड़ बरसीम, गन्ने और गेहूं की फसल उजाड़ दी। इससे उनका करीब ढाई लाख रुपये का नुकसान हुआ है। उन्हें एतराज जताया तो अमला लौट गया। टीम ने कोर्ट की अवमानना की है। इस बारे में सिचाई विभाग के एक्सईएन सुरेश सैनी का कहना है कि किसानों ने सिंचाई विभाग के रजवाहे की जमीन पर कब्जा कर रखा है। इसी कब्जे को हटाने टीम गई थी। उन्हें नहीं पता था कि जमीन पर स्टे है। फसल नहीं उजाड़ी।


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