हेमू पार्क को संवारने आगे आए शहरवासी, तीन घंटे सफाई कर उठाया कूड़ा
पानीपत की दूसरी लड़ाई के महान वीर एवं ¨हदू सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य के नाम से पार्क को संवारने के लिए शहरवासी आगे आए।
जागरण संवाददाता, पानीपत : पानीपत की दूसरी लड़ाई के महान वीर एवं ¨हदू सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य हेमू के नाम से पुराने औद्योगिक क्षेत्र में बनाए गए पार्क की नगर निगम ने 2011 के बाद कोई सुध नहीं ली। प्रशासन और निगम की अनदेखी के चलते ऐतिहासिक पार्क शराबियों का अड्डा बन गया। शहर के जागरूक नागरिकों ने सहयोग परिवार के साथ सलारजंग गेट के बाद हेमू के पार्क पर सफाई अभियान चलाया। यहां से तीन घंटे सफाई के बाद एक ट्रॉली कूड़ा निकाला, लेकिन नगर निगम उक्त कूड़े को उठा नहीं सका। असामाजिक तत्वों द्वारा हेमचंद्र विक्रमादित्य की मूर्ति भी खंडित कर दी गई।
शहर के जागरूक नागरिक इंसार बाजार के प्रधान गौरव लिखा की अगुवाई में सोमवार सुबह पुराना औद्योगिक क्षेत्र स्थित हेमचंद्र विक्रमादित्य पार्क में पहुंचे। करीब 10 लोगों की टीम ने सुबह छह से नौ बजे तक सफाई अभियान चलाया। तीन घंटे तक पार्क से कूड़ा निकाला। हेमू की प्रतिमा की सफाई की।
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शराब की बोतलें मिली
सहयोग परिवार के सदस्यों ने बताया कि हेमचंद्र विक्रमादित्य पार्क में राहगीरों ने कूड़ा फेंक रखा था और शराबी यहां पर शराब पीते थे। वे यहीं पर शराब की खाली बोतलों को फेंक जाते थे। असामाजिक तत्व ग्रिल उखाड़ ले गए। लाइटों को भी तोड़ दिया।
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लाखों रुपये से हुई थी मरम्मत
29 दिसंबर 1991 को तत्कालीन मुख्यमंत्री भजनलाल ने हेमू की मूर्ति का अनावरण किया था। इसके बाद 25 जून 2011 को तत्कालीन विधायक बलबीर पाल शाह ने पार्क का नवीनीकरण कराया था।
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तीन दिन में पार्क को चमकाने का भरोसा
सहयोग परिवार के सभी सदस्य मिलकर लगातार तीन दिन तक साफ-सफाई, पौधरोपण और जरूरी मरम्मत का कार्य करेंगे। सभी सदस्य मंगलवार को पौधों की छंटाई करेंगे। बुधवार को पौधरोपण करेंगे। इस मौके पर सुशील बजाज, विक्की बतरा, निखिल सोइन, नइम अंसारी, गगन दत्ता, ब्रह्म डुडेजा, आशीष विज, राजू मेहंदीरत्ता, गौरव बंसल, मोहित बजाज और अंकुश बंसल मौजूद रहे।
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इब्राहिम लोदी पार्क को नहीं मिली पहचान
पानीपत : धरोहरों में शामिल एक अन्य पार्क लोदी पार्क की हालत खस्ता है। पार्क की साफ-सफाई नहीं हो रही है। लंबी हो चुकी घास में जहरीले जंतु होने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है। पार्क नशेड़ियों का अड्डा बन गया है। समाधी स्थल के पास इब्राहिम लोदी की मूर्ति लगी हुई है। इसका एक हाथ टूटा हुआ है। लोदी की कब्र भी जर्जर है। मूर्ति व समाधि के आसपास झाड़ियां उगी हैं। पार्क के साथ नाले के पास गंदगी के ढेर लगे हैं। दुर्गंध के कारण पार्क में नहीं आते। रोहित ने बताया कि जनप्रतिनिधि इस पार्क को संवारने के लिए कोई पहल नहीं कर रहे हैं।