Move to Jagran APP

फर्राटेदार इंग्लिश बोलता है ये ठग, झांसे में आए तो होगा ये सब

दिल्ली के गैंग का खौफ इन दिनों शहर के व्यापारियों और कारोबारियों में है। गैंग के सदस्य के पकड़े जाने के बाद एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं। वह भी चौंकाने वाले। जानिए क्या सच है।

By Ravi DhawanEdited By: Published: Mon, 19 Nov 2018 01:12 PM (IST)Updated: Tue, 20 Nov 2018 10:56 AM (IST)
फर्राटेदार इंग्लिश बोलता है ये ठग, झांसे में आए तो होगा ये सब
फर्राटेदार इंग्लिश बोलता है ये ठग, झांसे में आए तो होगा ये सब

जेएनएन, पानीपत। दिल्ली के गैंग ने ही पंजाब नेशनल बैंक के पास स्थित डेल शोरूम के मालिक को फर्जी चेक देकर 35000 रुपये का लेपटॉप उड़ा लिया था। शहर में ठगी के शिकार दुकानदारों की संख्या पांच हो चुकी है।

loksabha election banner

डेल शोरूम के मालिक अग्रसेन कॉलोनी के संजीव कुमार शर्मा ने बताया कि 30 नवंबर को वह अपने शोरूम पर बैठा था। तभी सचिन नामक युवक आया और बताया कि उसकी मो पॉकेट सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के नाम से दिल्ली की हैंडलूम फर्म है। उसका गोहाना रोड संजय कॉलोनी में शुगर मिल के सामने बिल्डिंग प्रथम फ्लोर पर कार्यालय है। सचिन ने 35000 रुपये की कीमत का लैपटॉप पसंद किया और रुपये न होने के बात कही। उसने आरटीजीएस करवाने के लिए कहा तो युवक ने बताया कि इसमें एरर चल रहा है। युवक लेपटॉप ले गया और कहा कि नौकर को कार्यालय पर भेज देना वहीं पर पेमेंट दे दूंगा। 31 अक्टूबर को नौकर कार्यालय पर गया तो युवक ने चेक दे दिया। उसने 1 नवंबर को बैंक में चेक लगाया तो बाउंस हो गया। उसने सचिन को कई बार कॉल की और मैसेज भी किया, लेकिन वह आनाकानी करता रहा। इसके बाद मोबाइल फोन बंद कर लिया। नौकर कार्यालय गया तो ताला लगा मिला। उसके साथ धोखाधड़ी कर ली गई। थाना शहर पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया। 

ठग सचिन ने एक दिन में की दो वारदात
सचिन फर्राटेदार अंग्रेजी बोलता है। इससे वह दुकानदारों को प्रभावित कर ठगी कर लेता है। सचिन ने ही 30 अक्टूबर को आर्य कॉलेज के पास बंसल रेडियो कार्पोरेशन से चार एससी और एक एक एलसीडी ठग ली थी। गिरोह का मास्टरमाइंड अमन और सचिन है। उन्होंने दुकानदारों को अलग-अलग फर्जी फर्म का पता भी दिया था। 

सरगना अमन को साथ लेकर दिल्ली में छापामारी 
सीआइए-1 पुलिस ने सरगना अमन को साथ लेकर दिल्ली में गैंग के बदमाश सचिन, मनीष और मुकेश के ठिकानों पर छापामारी कर रही है। पुलिस के लिए उन्हें पकडऩा आसान नहीं है। क्योंकि उन्होंने निवास स्थान के कई फर्जी पते भी दे रखे हैं। वे मोबाइल फोन भी दूसरों की ही इस्तेमाल करते हैं।

परतें खुलेगी तो ठगी के और मामले सामने आएंगे
सीआइए-1 प्रभारी दीपक कुमार ने बताया कि ठग गिरोह की परतें खुलने लगी हैं। ज्यों-ज्यों जांच आगे बढ़ेगी त्यों-त्यों ठगी के मामले बढ़ेंगे। पीडि़त भी पुलिस को शिकायत देने पहुंचेंगे। गिरोह में शामिल बदमाशों के खिलाफ दिल्ली में भी कई मामले दर्ज हैं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.