Move to Jagran APP

सुस्त निगम..फोगिग इतनी धीमी कि तीन महीने में कवर हो सकेंगे 26 वार्ड

शहर को डेंगू व मलेरिया ने घेर लिया है। संदिग्ध डेंगू से दो सगे भाइयों की मौत हो चुकी है। ऐसे हालात के बावजूद नगर निगम अपने 26 वार्डों में तेज गति से फोगिग नहीं करा पा रहा। एक वार्ड में फोगिग करने में एक सप्ताह तक लग रहा है। दो कर्मचारी एक वार्ड में रहते हैं। कुल चार कर्मचारी दो वार्ड में काम कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Sep 2021 06:26 AM (IST)Updated: Sat, 25 Sep 2021 06:26 AM (IST)
सुस्त निगम..फोगिग इतनी धीमी कि तीन महीने में कवर हो सकेंगे 26 वार्ड
सुस्त निगम..फोगिग इतनी धीमी कि तीन महीने में कवर हो सकेंगे 26 वार्ड

जागरण संवाददाता, पानीपत : शहर को डेंगू व मलेरिया ने घेर लिया है। संदिग्ध डेंगू से दो सगे भाइयों की मौत हो चुकी है। ऐसे हालात के बावजूद नगर निगम अपने 26 वार्डों में तेज गति से फोगिग नहीं करा पा रहा। एक वार्ड में फोगिग करने में एक सप्ताह तक लग रहा है। दो कर्मचारी एक वार्ड में रहते हैं। कुल चार कर्मचारी दो वार्ड में काम कर रहे हैं। इस तरह तो फोगिग करते-करते तीन महीने निकल जाएंगे। इस दौरान मलेरिया और डेंगू बढ़ गया तो कौन जिम्मेदार होगा।

prime article banner

शहर के चार ही वार्डों में फोगिग हो सकी है। अभी तक बाकी 22 वार्डों में टीम नहीं पहुंची। शहर में फोगिग कराने का काम नगर निगम का है। निगम के पास कुल आठ मशीनें हैं। जिले में डेंगू और मलेरिया बुखार ने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। इस सीजन में डेंगू के सात केस पाजिटिव मिल चुके हैं। पांच केस तो सितंबर में ही मिले हैं। मलेरिया के दो केस मिल चुके हैं। बाद में फोगिग करवाने का क्या फायदा

वार्ड नंबर चार के पार्षद रविद्र नागपाल ने जागरण से बातचीत में कहा कि निगम के पास फोगिग के लिए मशीनें कम हैं। वार्ड में 22 कालोनियां आती हैं। अब तो डेंगू ने पैर पसारने शुरू कर दिए है। फिर हालात खराब होने के बाद फोगिग करवाने का क्या फायदा होगा। ऐसे तो नहीं चलेगा काम

वार्ड सात के पार्षद अशोक कटारिया ने कहा कि वार्ड में सात कालोनियां आती हैं। निगम के पास आठ ही मशीनें हैं। ये काफी कम हैं। वार्ड में गंदगी इतनी फैली हुई है कि काफी लोग बुखार से पीड़ित हैं। एक वार्ड में फोगिग करने के लिए एक सप्ताह का समय लग रहा। यह काफी ज्यादा समय है। इस दौरान डेंगू व मलेरिया पैर पसार लेगा। अधिकारियों को टेंशन नहीं

वार्ड नौ की पार्षद मीनाक्षी नारंग ने कहा कि वार्ड में सबसे ज्यादा 40 कालोनियां आती हैं। अभी तक फोगिग शुरू नहीं हुई। इसके लिए निगम के अधिकारियों को कोई टेंशन नहीं। जेबीएम कंपनी ने पूरी तरह से वार्ड को नरक बना दिया और नाले जाम पड़े है। जिसमें मच्छर पनप रहे। जल्द होनी चाहिए फोगिग

वार्ड 10 के पार्षद रविद्र भाटिया ने कहा कि वार्ड में 13 कालोनियां आती है। इसी वार्ड से ड्रेन नंबर एक होकर निकलती है। जिसमें गंदा पानी नालों में भरा रहता है और मच्छर पनप रहे। जल्द से जल्द वार्डों में फागिग की जरूरत है। अभी निगम की यहां चल रही फागिग

मलेरिया व डेंगू से बचाव को लेकर वार्ड नंबर एक, दो, 25 व 26 में फोगिग की जा रही है। अभी इन वार्डों को पूरा कवर होने में एक सप्ताह का समय लग जाएगा। क्या कहते हैं नियम

नियम के अनुसार प्रत्येक वार्ड में एक फागिग मशीन की जरूरत है। 26 वार्डों पर केवल आठ ही मशीनें लगाई गई हैं। यहीं नियम ग्रामीण क्षेत्र पंचायतों पर लागू होता है। लाई जाएगी तेजी

नगर निगम की मेयर अवनीत कौर ने कहा कि फोगिग का काम शुरू कर दिया गया है। जल्द ही शहर को कवर किया जाएगा। तेजी लाने के लिए शहर में सामाजिक संस्थाओं से भी मदद ली जाएगी। जागरण सुझाव : ये करना चाहिए

1- नगर निगम की मेयर और कमिश्नर को सामाजिक संगठनों को अभियान से जोड़ना चाहिए

2- विधायक प्रमोद विज और महीपाल ढांडा को सक्रिय होने की जरूरत

3- संगठनों के पास फोगिग मशीनें हैं, काम करने को तैयार हैं, सुविधा उपलब्ध कराई जानी चाहिए

4- पानी की निकासी तुरंत हो, इस पर काम किया जाना चाहिए

5- जिस एरिया में पाजिटिव केस मिले, वहां तुरंत प्रभाव से फोगिग हो, चेकअप कैंप लगें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.