बेसहारा गोवंश नहीं उठा पाया निगम, खानापूर्ति करने में ही सिमटे
नगर निगम शहर की सड़कों से गोवंश नहीं उठा पाया है। निगम पिछले कुछ दिनों से केवल खानापूर्ति करने में लगा है। ऐसे में शहर की सड़कों पर फिर से गोवंश दिखाई देने लगा है। ये सब हादसों का बड़ा कारण बन सकते हैं।
जागरण संवाददाता, पानीपत : नगर निगम शहर की सड़कों से गोवंश नहीं उठा पाया है। निगम पिछले कुछ दिनों से केवल खानापूर्ति करने में लगा है। ऐसे में शहर की सड़कों पर फिर से गोवंश दिखाई देने लगा है। ये सब हादसों का बड़ा कारण बन सकते हैं। निगम इन सबके बीच हर रोज गोवंश भेजने का दावा कर रहा है।
विगत महीने गोवंश शहर की सड़कों पर उतर आए थे। ऐसे में हादसे होने लगे थे। शहर में नगर निगम और पशुपालन विभाग की अनदेखी पर गुस्सा फूटने लगा था। इसके बाद निगम ने शहरवासियों के सहयोग से नैन गोअभयारण्य में गोवंश भेजना शुरू किया। विधानसभा चुनाव के दौरान गोवंश ले जाने का काम ढीला पड़ गया। शहर में सेक्टर-25 बाईपास सड़क और असंध रोड समेत कई सड़कों पर फिर से गोवंश आने लगा है। शहर की बाहरी कॉलोनियों में बेसहारा गोवंश की संख्या सबसे अधिक है। निगम का दावा, हर रोज भेज रहे गोवंश
नगर निगम अधिकारियों ने दावा किया कि पिछले कई दिनों से शहर से गोवंश नैन गोअभयारण्य में पहुंचाया जा रहा है। हर रोज पांच से 10 गोवंश भेजे जा रहे हैं। टीम के सदस्य गौरव लीखा ने बताया कि शनिवार रात को भी असंध रोड सब्जी मंडी के नजदीक से गोवंश उठाकर नैन गोअभयारण्य में ले जाए गए हैं।
पिछले ये दो बड़े हादसे
नंबर-एक
सौदापुर के दया सिंह और बिमला आतंक को भुगत रहे
गांव शोदापुर में बेसहारा गोवंश के आतंक को गांव का दया सिंह और बिमला पत्नी रामशरण भुगत रही है। बिमला किसी काम से गांव के बस स्टॉप की तरफ जा रही थी। बेसहारा गोवंश ने उसको टक्कर मार दी। परिजनों उसे पानीपत के एक अस्पताल में भर्ती करवाया था। दया सिंह की तो कुल्ली का ऑपरेशन कराना पड़ा था।
नंबर-दो
दो सांडो ने ऑटो को चपेट में ले लिया था
6 सितंबर को सौदापुर में दो सांड लड़ते समय एक ऑटो से टकरा गए थे। सांडों की टक्कर लगने से ऑटो पलट गया था। इसमें हरदीप सिंह, नारायण सिंह, सुंदर लाल, धर्मपाल, बलकार सिंह, जोगेंद्र कुमार, संत राम घायल हो गए थे। वहीं ज्योति नगर निवासी कमलेश देवी को सांड ने टक्कर मार दी थी। वह उस वक्त दूध लेने जा रही थी।
वर्जन :
शहर में गोवंश उठाकर नैन गोअभयारण्य में भेजे जा रहे हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान काम कुछ धीमा हो गया था। अब इसमें तेजी लाई गई है।
रमेश कुमार, एसई, नगर निगम।