इस शख्स ने आसाराम के कुनबे को सजा दिलाने की ठानी, अब जान का खतरा
नारायण साईं को उम्रकैद की सजा दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले सनौली खुर्द के महेंद्र चावला ने दैनिक जागरण से विशेष बातचीत की।
पानीपत, [विजय गाहल्याण]। सनौली खुर्द गांव के महेंद्र चावला कभी नारायण साईं के पीए थे और साये की तरह उनके साथ रहते थे। उनकी हर करतूत के राजदार थे। अब उसी साईं को चावला की गवाही ने उम्रकैद की सजा दिला दी है। सूरत सत्र अदालत ने नारायण साईं को उम्रकैद और एक लाख रुपये जुर्माना की सजा सुनाई। फैसले को लेकर चावला ने कहा कि उन्हें कानून पर पूरा भरोसा था।
दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में महेंद्र चावला ने बताया कि उसकी गवाही से नारायण साईं और उसके पिता आसाराम को दुष्कर्म मामलों में सजा हो चुकी है। अहमदाबाद में दुष्कर्म मामले में आरोपित आसाराम, उनका साथ देने वाली पत्नी व बेटी के खिलाफ भी वह गवाह हैं। इसके अलावा अहमदाबाद आश्रम में 2008 में संदिग्ध हालात में दो बच्चों की मौत हो गई थी। इस मामले में उसने ही बतौर मुख्य गवाह बीके त्रिवेदी जांच आयोग को तंत्र विद्या के सबूत सौंपे थे। उक्त दोनों मामलों में फैसला आना बाकी है। चावला को पूरी उम्मीद है कि उसकी गवाही से आसाराम का पूरा परिवार सलाखों के पीछे होगा।
महेंद्र की जान को खतरा बढ़ा
महेंद्र चावला के वकील रवि गोयल का कहना है कि नारायण साईं व आसाराम को सजा दिलाने पर महेंद्र की जान को खतरा बढ़ गया है। पुलिस उसकी सुरक्षा में लापरवाही न बरते।
टूर के बहाने किया था साध्वी से दुष्कर्म
महेंद्र चावला ने बताया कि करीब 15 दिन का टूर दिल्ली से लखनऊ, बिहार के दरभंगा, जयनगर, नेपाल के जनकपुर, वीरगंज और काठमांडू गया था। इसमें वह, नारायण साईं, गंगा, जमुना, सिक्योरिटी गार्ड हनुमान और साध्वी थी। टूर के दौरान साध्वी के साथ नारायण साईं ने दुष्कर्म किया था। उक्त तीनों आरोपितों ने भी उसका साथ दिया था। इस मामले में साईं और अन्य तीनों आरोपितों को सजा हुई है।
चावला को गवाही देने से रोकने के लिए क्या-क्या हथकंडे अपनाए
- 2015 में तीन बार करोड़ों रुपये का ऑफर दिया।
- फरवरी 2015 में जोधपुर में हमला करने का प्रयास किया।
- 13 मई 2015 में घर में घुसकर गोलियां बरसाईं।
- 2016 में ग्रामीणों व बाहरी लोगों से जान से मारने की धमकी दिलाई।
- फरवरी 2016 में जम्मू में झूठा केस दर्ज कराया।
- मई 2018 में करनाल में मामला दर्ज करवा दिया।
- अप्रैल 2019 में पुलिसकर्मी द्वारा घर का ताला तुड़वाया गया।
सुरक्षा में बार-बार लापरवाही बरती गई
महेंद्र चावला का आरोप है कि 2018 में उसकी सुरक्षा में लगाए गए पुलिसकर्मी ड्यूटी सही तरीके से निभाने के बजाय हुक्का गुडग़ुड़ाते थे। उसकी शिकायत पर दो पुलिसकर्मी सस्पेंड भी किए गए। इसके बावजूद सुरक्षा में बार-बार चूक की जा रही है। कई बार बीमार व उम्रदराज सुरक्षाकर्मी ड्यूटी पर लगाए गए। अब भी वह पुलिस सुरक्षा से संतुष्ट नहीं है।
महेंद्र चावला की सुरक्षा में चूक नहीं होने दी जाएगी। सुरक्षा में दिन-रात तीन पुलिसकर्मी लगे हैं। पुलिसकर्मियों को हिदायत है कि वे चौकसी बरतें। लापरवाही बरतने पर कार्रवाई की जाएगी।
सतीश कुमार वत्स, डीएसपी मुख्यालय