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जींद के छातर गांव में तनाव का माहौल, रात भर पुलिस सुरक्षा घेरे में रहे ग्रामीण, जानिए वजह

जींद के छातर गांव में अनुसूचित जाति के युवक की पिटाई के बाद मामला और बढ़ता ही जा रहा है। गांव में तनाव का माहौल है। शुक्रवार रात भर गांव में पुलिस सुरक्षा बल तैनात रहा। अनुसूचित जाति संगठन कर रहे आरोपितों की कार्रवाई की मांग।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Sat, 23 Oct 2021 11:59 AM (IST)Updated: Sat, 23 Oct 2021 11:59 AM (IST)
जींद के छातर गांव में तनाव का माहौल, रात भर पुलिस सुरक्षा घेरे में रहे ग्रामीण, जानिए वजह
जींद के छातर गांव में तनाव का माहौल।

जींद, जागरण संवाददाता। जींद के गांव छातर में दो युवकों के झगड़े के बाद शुरू हुआ विवाद थमने की बजाए बढ़ता जा रहा है। अब तक अनुसूचित जाति के युवक गुरमीत को जातिसूचक गाली देने व धमकी देने का मामला भी शांत नहीं हुआ था कि अब दोबारा से अनुसूचित जाति के युवक विजय पर शुक्रवार देर रात को हमला कर दिया और उसका मोबाइल छीनकर तालाब में फेंक दिया। अनुसूचित जाति के युवक पर हमला होते ही प्रशासन अलर्ट हो गया और एसपी नीतिश अग्रवाल, एसडीएम राजेश कोथ व डीएसपी जितेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे और मारपीट करने वाले तीन-चार युवकों को हिरासत में ले लिया। हिरासत में लेते ही ग्रामीणों का गुस्सा फुट पड़ा और देर रात को ही ग्रामीण इकट्ठे हो गए।

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ग्रामीणों के इकट्ठा होते ही प्रशासन की सांसे फुल गई और अधिकारी ग्रामीणों के बीच में पहुंचे। जहां पर ग्रामीणों ने कहा कि गांव में कोई भी सामाजिक बहिष्कार नहीं है, लेकिन बाहरी लोग आकर गांव के माहौल को खराब का रहे हैं और गांव की गलियों में नारेबाजी कर रहे हैं। भीम आर्मी के लोग लगातार भड़काऊ भाषण देकर अनुसूचित जाति के लोगों को विवाद के लिए उसका रहे हैं, लेकिन गांव में ऐसे कोई हालात नहीं है। जहां पर अधिकारियों ने मामले की उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीण शांत हुए और अपने घरों में चले गए। बावजूद गांव के हालात न बिगड़े इसके लिए एसडीएम राकेश कोथ, डीएसपी जितेंद्र कुमार के नेतृत्व में पूरी रात भारी पुलिस बल गांव में तैनात रहा है। हालांकि बाद में किसी भी प्रकार की कोई घटना नहीं हुई।

युवक बोला अपनी जाति की दुकान से लेकर आ रहा था सामान

घायल विजय ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वह दूसरे मोहल्ले में स्थित अपनी ही जाति के व्यक्ति की दुकान पर घरेलू सामान लेने गया था। वापस में जब वह तालाब के समीप गली में पहुंचा तो हाथों में लाठी-डंडे लिए हुए कुछ युवकों ने ललकारा और उस पर हमला कर दिया। शोर मचाने पर गांव के ही कुछ लोग आ गए और हमलावर पीछे हट गए। विजय ने बताया हमलावर युवकों ने पीड़ितों के वकील रजत कल्सन को भी मारने की धमकी दी। इस दौरान आरोपितों ने उसका मोबाइल भी छीनकर तालाब में डाल दिया है। पुलिस ने विजय की शिकायत पर तकदीर, बिट्टू व नवराज को नामजद करके 12-13 अन्य के खिलाफ मारपीट व जाति सूचक गाली देने का मामला दर्ज किया है।

आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने से बढ़ रहे हौंसले

गुरमीत ने आरोप लगाया था कि उसकी शिकायत के बाद गांव में हुई पंचायत में अनुसूचित जाति के 150 परिवारों का सामाजिक बहिष्कार कर दिया गया। इस मामले में पुलिस ने 23 लोगों पर एफआइआर दर्ज की थी, लेकिन अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए भीम आर्मी की तरफ से लघु सचिवालय जींद के बाहर धरना भी दिया जा रहा है। बावजूद इसके प्रशासन उनकी सुनवाई नहीं कर रहा है।

हालात सामान्य, जांच जारी : डीएसपी

उचाना के डीएसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि गांव में हालात सामान्य है। जांच की जा रही है कि झगड़ा किस कारण हुआ। फिलहाल केस दर्ज कर लिया गया है। रात से ही वे गांव ड्यूटी पर तैनात हैं।


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