जींद की बड़ी परियाेजना के लिए बढ़े कदम, 10 को खुलेगा मेडिकल कॉलेज का टेंडर
जींद बड़ी परियोजना को लेकर एक कदम और आगे बढ़ गया है। जींद में खोले जा रहे मेडिकल कॉलेज के लिए टेंडर 10 दिसंबर को होगा। सीएम मनलोहर लाल ने 2014 में हैबतपुर में मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की थी।
पानीपत/जींद, जेएनएन। जींद की बड़ी परियोजनाओं में शुमार जींद मेडिकल कॉलेज के निर्माण को लेकर टेंडर अब 10 दिसंबर को खुलेगा। पहले यह टेंडर वीरवार को खुलना था लेकिन बड़ा प्रोजेक्ट और करीब ढाई हजार आइटम टेंडर में अपलोड करने हैं, इसलिए बिड भरने में टाइम लग रहा है। 25 से ज्यादा कंपनियां टेंडर भर चुकी हैं।
हैबतपुर के पास मेडिकल कॉलेज निर्माण की घोषणा 2014 में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने की थी। शहर के साथ लगते हैबतपुर गांव में मेडिकल कॉलेज बनना है। इसके लिए ग्राम पंचायत ने करीब 24 एकड़ जमीन दी है। शहर में अब तक ज्यादा से ज्यादा पांच मंजिला भवन बने हुए हैं। करनाल में कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज और रोहतक पीजीआई में भी तीन से चार मंजिला भवन बने हुए हैं लेकिन जींद मेडिकल कॉलेज के लिए कम जगह में बेहतर तकनीक का प्रयोग करके बहुमंजिला भवन बनाए जाएंगे। कॉलेज में लड़के और लड़कियों के लिए अलग-अलग 19-19 मंजिला हॉस्टल भवन बनेंगे तो कॉलेज कैंपस भी 7 मंजिला होगा। पूरे कॉलेज ग्राउंड में अलग-अलग 19 ब्लॉक बनेंगे। निर्माण कार्य पर कुल मिलाकर 523.92 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
कॉलेज में बनने हैं 19 बड़े ब्लॉक
मेडिकल कॉलेज की ड्राइंग के अनुसार कॉलेज ग्राउंड में 19 बड़े ब्लॉक बनेंगे। इसमें टीचिंग अस्पताल, 750 बेड का अस्पताल, ब्लड बैंक, पैथ लैब, रेडियोग्राफी ब्लॉक, ओपीडी ब्लॉक, गर्ल्स एवं इंटरनल हॉस्टल, ब्वॉयज एंड इंटरनल हॉस्टल, जूनियर व सीनियर रेजिडेंट, नर्सिंग कॉलेज व हॉस्टल, निदेशक निवास, गेस्ट हाउस व शॉपिंग सेंटर, पावर सब-स्टेशन, पुलिस स्टेशन, वेस्ट मैनेजमेंट बिल्डिंग, शव गृह, पुलिस थाना, सब स्टेशन, खेल परिसर शामिल हैं।
10 दिसंबर को खुलेगा टेंडर : नवनीत नैन
लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन नवनीत नैन ने कहा कि 10 दिसंबर को टेंडर खुलेगा। पहले टेंडर खोलने की तारीख 23 नवंबर थी, जिसे बढ़ाकर 3 दिसंबर कर दिया गया था। टेंडर में ढाई हजार से ज्यादा आइटम अपलोड करने हैं, जिनमें काफी समय लग रहा है। इसके अलावा ज्यादा से ज्यादा कंपनियां टेंडर भर सकें, इसके लिए टेंडर खोलने की तारीख को बढ़ाकर 10 दिसंबर कर दिया गया है। टेंडर अलॉट होने के बाद 30 महीने में इसके निर्माण की डेडलाइन तय की गई है।