सन्यास से श्रेष्ठ है भक्ति : तेजस्वी दास
भक्ति संन्यास से श्रेष्ठ है। प्रभु की भक्ति से मोक्ष की प्राप्ति होती है। जीवन में प्रभु की भक्ति का दूसरा कोई विकल्प नहीं है।
By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Feb 2019 07:10 AM (IST)Updated: Tue, 19 Feb 2019 07:10 AM (IST)
जागरण संवाददाता, पानीपत : भक्ति संन्यास से श्रेष्ठ है। प्रभु की भक्ति से मोक्ष की प्राप्ति होती है। जीवन में प्रभु की भक्ति का दूसरा कोई विकल्प नहीं है। आठ मरला स्थित राधा रमण मंदिर में सोमवार को भागवत कथा सुनाते हुए यह बात जीबीपीएस ट्रस्ट वृंदावन के संस्थापक तेजसवी दास ने कही। उन्होंने कहा कि भक्ति करने वाले ही भागवत कथा सुनने में रुचि रखते हैं। कथा से पहले महिलाओं ने सिर पर कलश लेकर भव्य शोभायात्रा निकाली। शोभायात्रा आठ मरला की कालोनियों में भ्रमण करने के बाद मंदिर में समाप्त हो गई। मंगलवार को तीसरे पहर 3 से 5 बजे तक कथा का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर सुनीता, विनोद, पवन, मनीष, विकास और भूषण मौजूद रहें।
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