घर से लापता किशोर दो दिन बाद घर लौटा, स्वजनों ने लगाया अपहरण का आरोप
नूरवाला की जसबीर कालोनी से 12 वर्षीय किशोर संदिग्ध हालात में घर से लापता हो गया। स्वजनों ने आरोप लगाया है कि एक व्यक्ति ने अपहरण कर किशोर को दिल्ली के पास एक कमरे में बंद कर रखा था। किशोर आरोपित के चंगुल से छूटकर ट्रेन में बैठ कर पानीपत पहुंचा।
जागरण संवाददाता, पानीपत : नूरवाला की जसबीर कालोनी से 12 वर्षीय किशोर संदिग्ध हालात में घर से लापता हो गया। स्वजनों ने आरोप लगाया है कि एक व्यक्ति ने अपहरण कर किशोर को दिल्ली के पास एक कमरे में बंद कर रखा था। किशोर आरोपित के चंगुल से छूटकर ट्रेन में बैठ कर पानीपत पहुंचा। हालांकि पुलिस ने अपहरण की घटना से इन्कार किया है।
ई-रिक्शा चलाने वाले जसबीर कालोनी के अलीजान ने पुलिस को शिकायत दी कि उसके तीन बच्चे हैं। बड़ा बेटा 12 वर्षीय सादिक आठवीं कक्षा का छात्र है। 11 अक्टूबर को सादिक स्कूल से घर लौटा और खाना खाकर गेट पर खड़ा हो गया। इसके बाद से बेटा लापता हो गया। पत्नी अफरोजा ने काल कर सूचना दी। उन्होंने रात डेढ़ बजे तक रिश्तेदारी और शहर की रामलीलाओं में बेटे की तलाश की, लेकिन बेटा का भेद नहीं चला। 12 अक्टूबर को घर पर रखे मोबाइल फोन पर काल की गई। छोटे बेटे जुगनू ने काल की तो सादिक बोला। इसके बाद से फोन बंद हो गया।
शाम को किला थाने जाकर एक परिचित पुलिसकर्मी को घटना के बारे में जानकारी दी। पुलिसकर्मी ने काल की तो एक व्यक्ति बोला कि सादिक उसके पास है। वह रात को उसे दिल्ली से पानीपत आने वाले ट्रेन में बैठा देगा। रात नौ बजे वह और पुलिसकर्मी पानीपत रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। बेटा सादिक ट्रेन से उतरा तो रो रहा था। इस बारे में किला थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महीपाल का कहना है कि सादिक अपनी मर्जी से ट्रेन से बैठ कर दिल्ली गया था। उसका किसी ने अपहरण नहीं किया था। मामला दर्ज है। जांच की जा रही है। कमरे में बंद कर दिया
अलीजान ने जागरण को बताया कि सादिक ने उन्हें घटनाक्रम की जानकारी दी है। सादिक घर से रेलवे स्टेशन गया और ट्रेन में बैठ कर दिल्ली पहुंच गया। स्टेशन से एक व्यक्ति सादिक का हाथ पकड़कर हर रोज के 500 रुपये कमाई कराने का झांसा देकर ले गया। अंधेरे कमरे में रखा। व्यक्ति के पास कई मोबाइल फोन थे और वह कह रहा था कि एक लड़के का इंतजाम हो गया है। दशहरा पर तीन-चार को और लड़के मिल जाएंगे। इसके बाद अच्छी कमाई हो जाएगी। व्यक्ति कमरे से बाहर गया तो सादिक चकमा देकर भाग गया और ट्रेन में बैठ कर पानीपत लौट आया।