Move to Jagran APP

Facebook के जरिए बनाई टीम, अब मंदिर में ट्यूशन दे जगा रहे शिक्षा की अलख Panipat News

पढ़ाई से ना हो कोई मोहताज तो युवाओं ने उठाया निशुल्क ट्यूशन देने का जिम्मा उठाया। इसके बाद मंदिर में ट्यूशन सेंटर खोलकर बच्चों को पढ़ाना शुरू किया।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Thu, 23 Jan 2020 01:45 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jan 2020 01:45 PM (IST)
Facebook के जरिए बनाई टीम, अब मंदिर में ट्यूशन दे जगा रहे शिक्षा की अलख Panipat News
Facebook के जरिए बनाई टीम, अब मंदिर में ट्यूशन दे जगा रहे शिक्षा की अलख Panipat News

पानीपत/अंबाला, [अंशु शर्मा]। समाजसेवा का जज्बा हो तो कोई ना कोई रास्ता खुद ही निकल जाता है। ऐसा ही रास्ता अंबाला के दो युवाओं ने फेसबुक के जरिए निकाला। रोजाना चैटिंग करते समय उनकी नजर एक संस्था के फेसबुक पेज पर पढ़ी जो निशुल्क समाजसेवी से जुड़े कार्य करती आ रही है। चाहे फिर वह जरुरतमंद बच्चों की मदद करना हो या फिर उन्हें संस्कारवान बनाना हो। तभी दोनों युवाओं ने मिलकर खुद समाजसेवा का जिम्मा उठाया। 

loksabha election banner

संस्था से संपर्क कर अंबाला में आरंभ फाउंडेशन तैयार कर अंबाला शहर के रेलवे रोड स्थित सांई मंदिर में जरुरतमंदों व झुग्गी झोपड़ी वाले बच्चों को निशुल्क ट्यूशन देने की ठानी। दो माह के अंदर दो युवाओं का कारवां आज 30 युवाओं की टीम में बदल चुका है। जो सप्ताह में दो दिन शनिवार व रविवार को मंदिर में जाकर पांच से छह घंटे बच्चों को शिक्षा का पाठ पढ़ाते हैं। इन युवाओं में कोई प्राइवेट कंपनी में कार्यरत है तो कोई कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं। जिनका उदे्श्य केवल जरुरतमंदों की हर संभव मदद करना है ताकि वह अपने पैरों पर खड़े हो सकें। 

शिक्षा संग बेजुबानों की मदद का पढ़ा रहे पाठ  

इन युवाओं का मकसद बच्चों को केवल शिक्षा का पाठ पढ़ाना नहीं, बल्कि उन्हें बेजुबानों की मदद के लिए जागरूक करना है। यहीं कारण है कि वह ट्यूशन पर बच्चों को पक्षियों व बेसहारा जानवरों की मदद को आगे आने के लिए प्रेरित करते हैं। इसके अलावा युवाओं ने अलग-अलग ग्रुप बना रखा है जो स्कूलों में भी कार्यक्रम व जागरूकता प्रतियोगिताएं करवाते हैं। ताकि उनकी तरह हर बच्चे के अंदर समाजसेवा का जज्बा पैदा हो सके। संस्था के प्रधान सुमित वशिष्ट व उपप्रधान अमित शर्मा का कहना है कि समय-समय पर युवा अपने स्तर पर पैसे जमा कर बच्चों को निशुल्क कॉपी, पैंसिल देने के अलावा आवारा कुत्तों को भी खाना खिलाते हैं। उनके अलावा हिमांशी, त्रृप्ति व अन्य शामिल है।

9वीं से 12वीं के छात्रों के लिए खोलेंगे बुक बैंक  

युवाओं की टीम जल्द ही बुल बैंक खोलने की भी पहल कर रही है। जो घर-घर से 9वीं से 12वीं के बच्चों की पुरानी किताबें जमा कर एक जगह एकत्रित करेंगे। ताकि कोई भी जरुरतमंद छात्र व बच्चा उनके यहां से निशुल्क किताबें ले सकें। उपप्रधान अमित शर्मा का कहना था कि नए सैशन शुरू में इसकी शुरूआत की जाएगी। उसका कहना था कि पानीपत के मीहूल जैन एडवोकेट से उनमें समाजसेवा का जज्बा बढ़ा। जो अपने काम के जरिए संस्था भी चला रहे हैं। अब आरंभ फांउडेशन के जुड़कर ज्यादा से ज्यादा युवाओं को अपने साथ जोड़ रहे हैं। जो अपने-अपने स्तर पर मदद कार्य कर सके। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.