Health Tips: बदलते मौसम में रखें खास ख्याल, गला खराब, बुखार और खांसी-जुकाम होने पर अपनाएं ये टिप्स
बदलते मौसम में गला खराब और बुखार खांसी जुकाम की बढ़ी समस्या बढ़ी है। रोजाना अस्पताल में इन मामलों से जुड़े लगभग 350 मरीज पहुंच रहें हैं। जानिए अस्पताल के सामान्य ओपीडी में पहुंच रहे मरीज को चिकित्सक दवाओं के साथ बातों का ध्यान रखने की सलाह दे रहे हैं।
अंबाला, जागरण संवाददाता। बदलते मौसम में ठंड की दस्तक का सीधा असर गले पर भी पड़ रहा है और गला खराब होते ही बुखार, खांसी, जुकाम हो रहा है। रोजाना अस्पताल की ओपीडी में गला खराब, बुखार, खांसी, जुकाम के लगभग 350 मरीज पहुंच रहें हैं। नागरिक अस्पताल छावनी के सामान्य ओपीडी में पहुंच रहे मरीज को चिकित्सक दवाओं के साथ गरम पानी का सेवन करने के साथ स्वच्छ वातावरण में रहने की सलाह दे रहे हैं।
पानी उबालकर पीने की सलाह
बीमार होकर अस्पताल पहुंच रहे बीमार लोगों को पानी उबालकर पीने की सलाह दी जा रही है। साथ ही अगर मरीज उम्र दराज है तो खास सावधानी बरतने की नसीहत डाक्टर दे रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि बढ़ती उम्र के साथ मौसम का असर व्यक्ति पर अधिक पड़ता है। शुरुआती ठंड में बुजुर्गो की लापरवाही बड़ी समस्या का कारण बन सकते हैं। इसलिए सुबह और सायं के समय गरम कपड़ों के साथ जुराबें जरूर पहनें।
आंवले और मूंगफली में होता हैं विटामिन व कैल्शियम
रोजाना आंवले का सेवन जरूर करें। वजन कम करने और डायबिटीज के लिए भी आंवला रामबाण दवा है। आंवले में कैलोरीज बहुत कम होती है जो वजन कम करने में फायदेमंद साबित हो सकती है। मूंगफली के फायदे भी कम नहीं। मूंगफली शरीर में कैल्शियम की कमी को भी दूर करती है। रोजाना मूंगफली के करीब 20 दानों को भिगोकर खाने से महिलाओं में कैंसर का खतरा कम होता है। आंवले में फाइबर अधिक होता है, जिससे पाचन तंत्र मजबूत होता है। साथ ही ब्लड शुगर स्तर भी नियंत्रित रहता है।
डा. संजीव गोयल, फिजीशियन नागरिक अस्पताल छावनी।
प्रदूषण बच्चों के लिए काफी हानिकारक
अंबाला नागरिक अस्पताल में फिजीशियन डा. संजीव गोयल ने बताया कि प्रदूषण बच्चों के लिए काफी हानिकारक साबित हो रहा है। प्रदूषण व कोरोना के कारण घर के बाहर खेलना उनकी आंखों व स्वास्थ्य दोनों के लिए हानिकारक है। ऐसे में कम से कम घर से बाहर निकले और प्रयास करें कि स्वच्छ वातावरण में अधिक से अधिक मय व्यतीत करें।