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सबसे सच्चा साथी खुद का शरीर, इसकी देखभाल करें: सीजेएम

डीएलएसए के सचिव एवं सीजेएम मनोज कुमार राणा ने कहा कि हर व्यक्ति का सबसे सच्चा जीवनसाथी उसकी काया है। नशा सामाजिक-कानूनी बुराई के साथ शारीरिक और आर्थिक हानि देता है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 30 Mar 2019 07:46 AM (IST)Updated: Sat, 30 Mar 2019 07:46 AM (IST)
सबसे सच्चा साथी खुद का शरीर, इसकी देखभाल करें: सीजेएम
सबसे सच्चा साथी खुद का शरीर, इसकी देखभाल करें: सीजेएम

जागरण संवाददाता, पानीपत: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) की ओर से शुक्रवार को सिविल अस्पताल के ओपीडी ब्लॉक में नशे के खिलाफ जागरूकता विषय पर शिविर लगाया गया। डीएलएसए के सचिव एवं सीजेएम मनोज कुमार राणा ने कहा कि हर व्यक्ति का सबसे सच्चा जीवनसाथी उसकी काया है। नशा सामाजिक-कानूनी बुराई के साथ शारीरिक और आर्थिक हानि देता है। इससे बचना ही बेहतर है।

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सीजेएम ने कहा कि हिसा, दुष्कर्म, चोरी और आत्महत्या जैसे अपराधों और सड़क दुर्घटनाओं का बड़ा कारण नशा भी है। अस्पताल के एमएस डॉ. आलोक जैन ने बताया कि नशा करने से कैंसर, रक्तचाप, अल्सर, यकृत रोग, अवसाद जैसे रोग होते हैं। सामूहिक रूप से इंजेक्टिव (सुई से) नशा करने वाले एचआइवी के शिकार हो जाते हैं। मरीजों-तीमारदारों को बताया कि अस्पताल में नशा मुक्ति केंद्र बना हुआ है। डीएलएसए पैनल के एडवोकेट सूरज प्रकाश गाबा ने बताया कि बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए कुछ विशेष अधिकार हैं।

सरकारी अस्पताल में उनके लिए अलग विडो का प्रावधान है। डीएलएसए इन्हें फ्री कानून मदद प्रदान करता है। तीमारदारों के सवालों के उत्तर भी दिए। इस मौके पर स्टाफ नर्स राजबाला और सिस्टर कृष्णा भाटिया मौजूद रहे।


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