इस फ्रॉड को जानकर उड़ जाएंगे होश, कार्ड स्वैप से पहले पढ़ लें ये खबर
डेबिट कार्ड स्वैप कराकर इस ठगी ने हर किसी के होश उड़ा दिए हैं। स्वैप मशीन में पिन सेव करके इस कंपनी ने खातों से लाखों की राशि उड़ा ली है। कंपनी के कर्मचारी सामान सहित फरार हो गए।
कुरुक्षेत्र/पानीपत, जेएनएन। डिजिटल फ्रॉड का एक नया तरीका सामने आया है। अगर इस तरीके के बारे में आपको पता चलेगा तो स्वैप मशीन से आपका विश्वास उठ जाएगा। जी हां, स्वैप मशीन से यह सब ठगी की गई है। दरअसल एक कंपनी ने डेबिट कार्ड स्वैप कर पिन को सेव कर लिया और फिर रातों रात खातों से लाखों रुपये निकाल लिए। जानिए किस तरह से फ्रॉड को दिया अंजाम।
शहर के पारस इन्केलव में एक कंपनी ने लोन के नाम पर लोगों के लाखों रुपये हड़प लिए। कंपनी के कर्मचारी शनिवार रात कार्यालय से सामान लेकर फरार हो गए। रविवार को लोगों का पता चला तो उनके होश उड़ गए।
श्री गणेश इन्वेस्टमेंट कंपनी का कारनामा
श्री गणेश इन्वेस्टमेंट कंपनी के नाम से कार्यालय खुला था। कंपनी के कर्मचारियों ने लोगों को लोन दिलाने का लालच दिया। दीदार नगर निवासी राजपाल वर्मा ने बताया कि उसने कंपनी के पास होम लोन के लिए आवेदन किया था। कंपनी के कर्मचारियों ने उनसे यह कहकर डेबिट कार्ड का पिनकोड व नंबर अपनी स्वैप मशीन में सेव कर लिया कि लोन मंजूर होने पर खाते से कंपनी फीस काट लेगी। उसके खाते से सुबह 15 हजार रुपये निकाले जाने का संदेश मिला तो होश उड़ गए।
लोन के लिए किया था अप्लाई
रविदास नगर के राजकुमार ने भी बताया कि उनके साथ भी इस प्रकार की ठगी हुई है। उसने कंपनी के पास 25 हजार रुपये लोन अप्लाई किया था। किरमिच निवासी हरनाम सिंह ने बताया कि उसके एटीएम कार्ड से 20 हजार रुपये स्वैप कर लिए गए। हरनाम ङ्क्षसह का कहना था कि कंपनी ने एजेंट के माध्यम से लोगों को लोन देने के नाम पर फंसाया था।
दो सौ लोगों को दिया था लालच
किरमिच गांव में लगभग 200 लोगों को कंपनी ने लोन देने का लालल दिया हुआ था। आजाद नगर के राजेंद्र शर्मा ने बताया कि उसके भी 40 हजार रुपये एटीएम कार्ड से स्वैप कर लिए गए। कुबेर नगर के रोबिन वर्मा, ज्योतिसर के सोमप्रकाश, नरेंद्र शर्मा, बारवा के देवेंद्र कुमार ने बताया कि उसने कंपनी के पास लोन के लिए अप्लाई किया हुआ था। कंपनी के कर्मचारी एजेंट के माध्यम से भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फंसा कर उनके साथ धोखा करके फरार हो गए। कृष्णा गेट पुलिस चौकी प्रभारी सेवा सिंह का कहना है कि ठगी होने की बात उनके संज्ञान में आई है। अगर लोग लिखित शिकायत देंगे तो इसकी जांच कराई जाएगी।