लाखों की ठगी में भारतीय खेल विकास बोर्ड के महासचिव पर केस
पुलिस ने भारतीय खेल विकास बोर्ड के महासचिव नरेश मलिक के खिलाफ केस दर्ज किया है। डायर्स एसोसिएशन के पूर्व प्रधान यशपाल मलिक ने उन पर ठगी का आरोप लगाया है।
जेएनएन, पानीपत। डायर्स एसोसिएशन के पूर्व प्रधान यशपाल मलिक से 3.50 लाख रुपये की ठगी के मामले में पुलिस ने भारतीय खेल विकास बोर्ड के महासचिव नरेश मलिक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। आरोप है कि हिसार के गंगवा गांव के नरेश मलिक ने यशपाल मलिक की दो पोतियों को मलेशिया में एशियाई खेलों में खेलने का झांसा दिया था। अभी गिरफ्तार नहीं हुई है।
यशपाल मलिक ने सीएम विंडो में शिकायत दी थी कि हिसार का नरेश मलिक खुद को भारतीय खेल विकास बोर्ड का महासचिव बताता है। वह दो साल से उसे जानता है। अप्रैल 2018 में नरेश ने उसे कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय खेल विकास बोर्ड का महासचिव बन गया है। जून में मलेशिया में एशियाई खेल होंगे।
यशपाल ने कहा कि नरेश ने कहा कि वह राष्ट्रीय चैंपियनशिप की विजेता उसकी पोती यशिका को ताइक्वांडो और रितिका को बैडमिंटन स्पर्धा में भाग लेने के लिए भेज देगा। इसके लिए उसे 50-50 हजार रुपये देने होंगे। उसने (यशपाल ने) इसराना के ओरियंटल बैंक के जरिये बताए गए खाते में जमा करा दिए। इसके बाद 25 जून को नरेश ने हवाई जहाज का टिकट कराने के 50 हजार और लिए।
उन्होंने बताया कि 7 जून को नरेश का फिर फोन आया और कहा कि दो लाख रुपये साथ में ले लेना क्योंकि खिलाडिय़ों खाने का बिल भी देना है। वह लौटने पर उसे रुपये वापस दे देगा। 9 जून को वह पोतियों के साथ मलेशिया के कुआलालंपुर पहुंचा तो पता चला की यहां कोई खेल नहीं है। तीन दिन तक यशपाल ने खिलाडिय़ों के खाने का खर्च वहन किया। 11 जून को वह और अन्य खिलाड़ी वापस लौट आए।
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पुलिस निष्पक्ष जांच करे, एसपी से मिलूंगा : नरेश
भारतीय खेल विकास बोर्ड के महासचिव नरेश मलिक ने कहा कि उसके खिलाफ पुलिस ने शिकायत दर्ज की है। इसकी जानकारी उसे है। उसने धोखाधड़ी नहीं की है। वह जल्द ही थाना इसराना प्रभारी, डीएसपी और एसपी से मिलेंगे। पुलिस मामले की निष्पक्ष जांच करे।