Swachh Survekshan 2022: पानीपत को राष्ट्रीय स्तर पर 127 और राज्य में मिला 9वां रैंक, जींद और सोनीपत को पछ़ाडा
स्वच्छता सर्वेक्षण में पानीपत 127वें स्थान पर है। इस तरह से पानीपत करनाल से 42 स्थान पिछड़ गया। वहीं सोनीपत को 139वां स्थान मिला है। इस तरह से सोनीपत से 12 स्थान ऊपर रहा पानीपत और जींद को यहां पर 223वां स्थान मिला है।
पानीपत, जागरण संवाददाता। स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 जारी कर दिया गया है। इसमें पानीपत को इस बार नेशनल में 127वां व स्टेट में नौवीं रैंक हासिल की। जो पिछले साल के मुकाबले इस बार 58 अंक सुधरी। 2020 में पानीपत ओवरआल 160 वें नंबर पर था। इसके बाद 2021 में फिर से फिसड्डी साबित हुआ और 185वां रैंक मिला। इस बार तीन साल में बेहतर रैंकिंग मिल सकी है।
इस बार स्वच्छता की परीक्षा 7500 अंक की आयोजित की गई। जिसमें 3926 अंक हासिल किए। जबकि 2021 में छह हजार अंक की थी। जिसमें 2591 अंक हासिल किए थे। इस बार साफ सफाई का आकलन करने के लिए कुछ नए मानदंड जोड़े गए हैं।
आसपास के जिलों में पानीपत की स्थिति
एक से 10 लाख तक की आबादी वाले देश के 382 शहरों में करनाल को 85वां स्थान मिला है। यहां पानीपत 127वें स्थान पर है। इस तरह से पानीपत करनाल से 42 स्थान पिछड़ गया। वहीं सोनीपत को 139वां स्थान मिला है। इस तरह से सोनीपत से 12 स्थान ऊपर रहा पानीपत। जींद को यहां पर 223वां स्थान मिला है। इसलिए, जींद से 96 स्थान आगे रहा पानीपत। जिसमें हरियाणा में पानीपत नौवें स्थान पर रहा।
यहां कमजोर रह गए
कचरा उठान के मामले पीछे रहे गए। घर-घर से अच्छे तरह से कूड़ा नहीं उठा सका।
शौचालय की हालात खराब मिले, जब कि पानीपत को ओडीएफ प्लस का सर्टिफिकेट मिला हुआ है।
राजनीति की वजह से शहर स्वच्छता रैंकिंग में पिछड़ा है। एकजुट होकर काम नहीं हुआ और परिणाम ये आया है।
जेबीएम कंपनी पर आरोप लगाया जाता है कि काम बेहतर नहीं हुआ। जिसमें 1.34 करोड़ का जुर्माना तक लगाया गया।
- चार जोन में टेंडर लगा है। फिर भी सफाई व्यवस्था ठप पड़ी।
रैंकिंग में हुआ सुधार
नगर निगम के कमिश्नर श्यामलाल पुनिया ने बताया कि पानीपत रैंकिंग में पिछली बार की तुलना काफी अच्छा सुधार आया है। अगली बार इससे भी अच्छा सुधार करवाया जाएगा।