पांचवीं बार प्रधान बने सूरज पहलवान
जागरण संवाददाता, पानीपत : सनातन धर्म संगठन के प्रधान पद के चुनाव में रविवार को माहौल गरमा ग
जागरण संवाददाता, पानीपत : सनातन धर्म संगठन के प्रधान पद के चुनाव में रविवार को माहौल गरमा गया। आठ मरला स्थित राधाकृष्ण मंदिर में नोकझोंक व हंगामे के बीच सूरज पहलवान को पांचवीं बार प्रधान बना दिया गया। कई संस्थाओं के सदस्य नाराज होकर बैठक के बीच से उठ कर चले गए। संगठन के 38 वर्र्षो के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ।
सनातन धर्म संगठन शहर की सबसे बड़ी धार्मिक संस्था है। 118 संस्थाओं के सदस्य इसके अधीन आते हैं। प्रधान का कार्यकाल दो वर्षो का होता है। 24 अगस्त, 2014 को प्रधान का चुनाव कराया गया था। सत्र की समाप्ति से पहले आठ मरला मंदिर में शाम 4 बजे से प्रधान चुने जाने की प्रक्रिया शुरू हुई। कपूरचंद नागपाल की अध्यक्षता में चुनाव का कार्यक्रम शुरू हुआ। तरुण गांधी ने चुनावी प्रक्रिया को संपन्न कराने में अहम भूमिका निभाई। प्रधान पद के लिए रामलाल सुमन, सुभाष बठला, राजेश सूरी, हरीश शर्मा व वेद शर्मा ने दावेदारी जता दी। निवर्तमान प्रधान के समर्थन में तीन ने नाम वापस ले लिए। राजेश सूरी व वेद शर्मा अंतिम क्षणों तक मैदान में डटे रहे। कई चरणों में मंत्रणा होने के बाद सूरज पहलवान के नाम पर सहमति बनी। विरोध करने वाले दोनों सदस्य इस बात राजी हुए कि 2018 के बाद वे प्रधान पद के लिए खड़े नहीं होंगे।
विवाद कैसे शुरू हुआ
चुनावी सभा में महामंत्री महेंद्र शर्मा ने उद्घोषणा करते हुए यह मंशा जता दी कि उनकी बिरादरी के वेद शर्मा को प्रधान पद की कमान दे दी जाए। दर्जनों सदस्य इस बात से नाराज हो गए। शोर शराबा शुरू हो गया। एक दूसरे के समर्थक नोकझोंक करने लगे। 40 से 50 फीसद सदस्य हॉल से उठ कर चले गए। कुछ इधर-उधर हो गए। शोर शराबा देर तक चलता रहा।
118 संस्थाओं का समूह संगठन
सनातन धर्म संगठन 118 धार्मिक संस्थाओं का समूह है। प्रत्येक से पांच पांच प्रतिनिधि इस चुनाव में प्रधान पद का एक-एक नाम प्रस्तावित करते हैं। जितने नाम आए उन्हीं में से किसी एक को प्रधान चुना जाता है।
आय व्यय का लेखा जोखा प्रस्तुत
कोषाध्यक्ष वेद प्रकाश शर्मा ने 31 अगस्त 2015 से लेकर 21 अगस्त 2016 तक के आय व्यय का विवरण प्रस्तुत किया। विभिन्न मदों से 28,65,561 रुपये कुल प्राप्ति दिखाया गया। पिछले साल का बकाया 39,03,553 बताया गया। सकल व्यय 39,27,133 रुपये बताया गया। कोषाध्यक्ष ने कहा कि खर्चे को लेकर किसी सदस्य को कोई स्पष्टीकरण चाहिए तो वे देने के लिए तैयार हैं।
इलेक्शन नहीं सेलेक्शन : तरुण
चुनावी प्रक्रिया शुरू करते हुए मॉडल टाउन सनातन धर्म सभा के प्रधान तरुण गांधी ने कहा कि ये इलेक्शन नहीं, सेलेक्शन होने जा रहा है। कई सदस्यों से उनकी बात हुई। वो सभी सेलेक्शन चाह रहे हैं। निष्काम सेवा भाव से आपस में मनमुटाव नहीं होगा। सबने हाथ उठा कर सहमति दे दी। एक्टिव सेवादार जो 4-5 वर्षो से लगन से सेवा कार्य में जुटे हैं, वही प्रधान पद के उम्मीदवार हो सकेंगे।
सूरी बोले- नाम वापस नहीं लूंगा
¨हदू सत्संग मंदिर के प्रधान राजेश सूरी ने ताल ठोक कर कहा कि वे नाम वापस नहीं लेंगे। जब सूरज पहलवान को बनाना था तो हमें बुलाया क्यों। आधे सदस्य तभी सत्र से उठ कर चले गए। प्रधान चुने जाने से चंद सेकेंड पहले भी सूरी ने कहा कि वे इसी शर्त पर नाम वापस लेंगे कि दो वर्ष बाद सूरज पहलवान प्रधान पद की रेस में नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि बस नाम के लिए चुनाव की रूपरेखा तैयार की गई। प्रधान तो उन्हें ही बनाना था। दूसरा प्रधान बनने पर नई कमेटी गठित की जाती। अपने शब्द वापस लेते हुए सूरज पहलवान के नाम का समर्थन करते हैं।
सच्ची बातें चुभेंगी : पुष्करणा
चुनावी प्रक्रिया शुरू होने से पहले डॉ. सुरेंद्र पुष्करणा को दो मिनट के लिए मंच पर बुलाया गया। मंच पर पहुंच कर उन्होंने 10 मिनट का समय मांगा। सहमति नहीं मिलने पर माइक थमा कर वहां से चलने लगे। पुष्करणा ने कहा कि सच्ची बातें चुभती हैं। संगठन को मेरे से प्रेम नहीं है।
सूचना न देने की शिकायत
संगठन के चुनावी सभा में आए सदस्यों ने शिकायत की कि उन्हें सूचना नहीं दी गई। महामंत्री ने कहा कि सदस्यों को संगठन की गतिविधियों की सूचना के लिए सोशल मिडिया का सहारा लिया जाएगा। फेसबुक व व्हाटसएप के माध्यम से सूचित किया जाएगा। जो सदस्य फोन नहीं रखते हैं उन्हें पत्र के माध्यम से सूचना दी जाएगी।
सभ्य बन कर रखें बात
ब्रह्मार्षि महाराज ने कहा कि संगठन सभी मंदिरों का एक समूह है। सदस्य अपनी बात सभ्य तरीके से रखें। सनातन धर्म संगठन का विश्व में नाम है। कैमरे में सब कुछ आ गया। ऐसी बात नहीं होनी चाहिए। भावना इससे आहत होगी।
तरीके से चुनाव : रामदेव
बसंत लाल रामदेव ने कहा कि पिछले प्रधान का इंसल्ट करना ठीक नहीं है। चुनाव तरीके से होनी चाहिए। उन्हें ही बनाना है तो ये चुनावी प्रक्रिया किस बात का।
1978 में बना संगठन
पानीपत में सनातन धर्म संगठन 1978 में वजूद में आया। स्वामी गीतानंद महाराज की देखरेख में रामलाल सुमन, हर भगवान नारंग व दयानंद खुंगर सहित अन्य वरिष्ठ जनों ने सेवा भाव से संगठन चलाने का संकल्प लिया। संगठन का मूल मकसद धर्माचार्यो के आचरण की शुद्धि करने से लेकर आपस में समरसता पैदा करना था। स्वामी ने विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों को बुला कर संगठन को प्रादूर्भाव में लाया।
मर्जी से बनाएंगे कैबिनेट : सूरज
सूरज पहलवान अधमी गांव से 1970 में मैट्रिक की परीक्षा पास करने के बाद पटवारी पिता के साथ पानीपत आ गए। 1974 में बीए की डिग्री हासिल की। 1974-82 तक स्टेट वेटलिफ्टिंग के चैंपियन रहे। दो बार हरियाणा टीम के कप्तान भी चुने गए। राष्ट्रीय प्रतियोगिता में कोलकाता व जोधपुर में टीम का नेतृत्व किया। 1988 में कुटानी रोड पर फैक्टरी लगाई। इस रोड पर स्थित चौक का नाम तभी से पहलवान चौक रख दिया गया। 1991 में पहली बार एमसी का चुनाव तीन वोट से हार गए। दूसरी बार 1995 में वार्ड 10 क्षेत्र का चुनाव 1107 वोटों से जीते। उसके बाद सनातन धर्म संगठन से जुड़ गए। 2009 में पहली बार प्रधान बने। दैनिक जागरण से बातचीत में सूरज पहलवान ने बताया कि वह अपनी मर्जी से कैबिनेट बनाएंगे। गुटबाजी के चलते चुनाव में शोर शराबा हुआ। ऐसा नहीं होना चाहिए था।