विधायक को चेयरमैन पद से हटाने पर आक्रोश, समर्थकों ने डिप्टी सीएम के खिलाफ खोला मोर्चा
नरवाना के विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा के समर्थन में कार्यकर्ताओं ने उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के खिलाफ प्रदर्शन किया। विधायक को हरियाणा खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के चेयरमैन पद से हटा दिया गया था। विधायक बोले पार्टी ने पद दिया था मैं उठाता रहूंगा लोगों को आवाज।
जींद, जागरण संवाददाता। जींद के नरवाना के जजपा विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा को हरियाणा खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के चेयरमैन पद से हटाने पर उनके समर्थकों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान पुतला जलाकर उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के खिलाफ रोष जताया। सुरजाखेड़ा समर्थकों ने कहा कि जजपा के इस फैसले से अनुसूचित जाति का अपमान हुआ है।
गौरतलब है कि करीब तीन महीने पहले रामनिवास सुरजाखेड़ा ने नरवाना नगरपरिषद के पार्षदों को भाजपा में शामिल करवाया था। इससे पहले भी वे विकास कार्यों के लिए उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की बजाय मुख्यमंत्री मनोहर लाल की तारीफ कर चुके हैं। ऐसे में अब उन्हें चेयरमैन पद से हटा दिया है। ऐसे में उनके समर्थकों में इससे नाराजगी है।
उनके समर्थकों ने प्रदर्शन करते हुए कहा कि जजपा ने अनुसूचित जाति का अपमान किया है। इन लोगों ने शहर में प्रदर्शन करते हुए जजपा व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के खिलाफ रोष जताया। हालांकि इस पर रामनिवास सुरजाखेड़ा ने कहा है कि नरवाना की जनता ने उन्हें विधायक बनाया है और वे विधायक बने रहेंगे। लोगों की आवाज उठाते रहेंगे।
दुष्यंत चौटाला नहीं चाहते नरवाना का विकास
इस बारे में रामनिवास सुरजाखेड़ा ने कहा कि चेयरमैन का पद पार्टी ने दिया था, उन्होंने अपना पद वापस ले लिया। नरवाना की जनता ने विधायक चुना हैं, मैं विधायक हूं। नरवाना के किसान, मजदूर व 36 बिरादरी के विकास काम किया है। क्षेत्र के विकास के लिए आवाज उठाना मेरा धर्म है। नरवाना की जनता ने ही विधानसभा में भेजा है। दुष्यंत चौटाला यह नहीं चाहते की नरवाना का विकास हो। वे नहीं चाहते की विकास के लिए मैं चर्चा करुं या मुख्यमंत्री से मिलूं। समाज के लोगों ने रोष में यदि कोई प्रदर्शन करता है करे। मेरा संदेश है कि कोई भी ऐसा काम नहीं करें, जिससे क्षेत्र को नुकसान हो।
नरवाना विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा ने फोन पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हल्के की जनता ने उन्हें विधायक बना कर भेजा है। जिसके लिए तीन साल से नरवाना के विकास के लिए दिन-रात तत्पर भी रहा हूं। विकास कार्यों में और अधिक बढ़ोतरी हो, इसके लिए मुख्यमंत्री से मिला हूं। जिसके बाद विकास कार्य प्रगति पर हैं। इन कामों के लिए मेरे द्वारा मुख्यमंत्री से मिलना डिप्टी सीएम को रास नहीं आया, जिसके कारण मुझे चेयरमैन पद से हटा दिया गया। लेकिन नरवाना की जनता के लिए वे ऐसे और भी कई पद दुकरा सकते हैं। उन्होंने कहा कि रोष स्वरूप समर्थकों ने नरवाना में शुक्रवार को डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के विरोध में जो प्रदर्शन किया है, वो लोकतंत्र में अपनी बात रखने का सबको अधिकार है।