नियमों में उलझे युवा, बीकॉम का सपना बीए में मिल रहा दाखिला
निदेशालय के तकनीकी जानकार इसको आवेदन करते समय युवाओं के स्तर पर बरती गई लापरवाही है। अब वे कम सीटें होने पर दूसरे कोर्सों में दाखिला लेने को मजबूर हैं।
जागरण संवाददाता, पानीपत : उच्चतर शिक्षा निदेशालय ने मंगलवार को नए सत्र के दाखिलों की पहली कट ऑफ जारी कर दी। युवा निदेशालय के इस बार अपनाए नए सिस्टम के टेक्नीकल प्वाइंटों में फंस गए। ऐसे में बीकॉम में पढ़ने का सपना संजोये बैठे युवाओं के नाम उसी कॉलेज की बीए और दूसरे कोर्सों में नाम आ गए। ऐसे युवाओं की संख्या करीब 40 प्रतिशत है। इनमें भी अधिकतर लड़के हैं। निदेशालय के तकनीकी जानकार इसको आवेदन करते समय युवाओं के स्तर पर बरती गई लापरवाही है। अब वे कम सीटें होने पर दूसरे कोर्सों में दाखिला लेने को मजबूर हैं।
शहर के तीनों एडिड समेत 14 कॉलेजों की कट ऑफ लिस्ट मंगलवार को सुबह जारी की। कॉलेजों ने अपने स्तर इसको चस्पा किया। ऑनलाइन कट ऑफ जारी करने से कॉलेजों में अपेक्षाकृत भीड़ नहीं पहुंच पाई। कुछ युवाओं की मनपसंद कॉलेज और कोर्स मिलने पर खुशी का ठिकाना नहीं रहा, जबकि कुछ युवाओं को मायूसी मिली। ऐसे युवाओं को अब दूसरी कट ऑफ का इंतजार है। कट ऑफ के पहले दिन 10 प्रतिशत युवा ही फीस जमा कराने पहुंचे।
एसडी पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अनुपम अरोड़ा ने बताया कि कॉलेज में कट ऑफ के बाद फीस जमा करनी शुरू कर दी है। वे निर्धारित दिनों के अंदर अपनी फीस जमा करा सकते हैं। निदेशालय ने इस बार किए थे बदलाव
उच्चतर शिक्षा निदेशालय ने ऑनलाइन कट ऑफ तीसरी बार जारी की है। अब तक एक आवेदक की सभी संबंधित कॉलेजों की कट ऑफ में नाम आता था। इससे कॉलेजों की परेशानी बढ़ जाती थी। निदेशालय ने उनकी समस्याओं को आसान करने के लिए इस बार युवाओं को कॉलेज व विषय को प्राथमिकता दी और उसी के आधार पर किसी एक कॉलेज की कट ऑफ में शामिल करने का फैसला लिया था। निदेशालय का यही फैसला इस बार युवाओं के लिए परेशानी का सबब बन गया।
इस तरह से आई दिक्कत
कॉलेज के तकनीकी जानकारों ने बताया कि माना कमल नाम के लड़के ने ए कॉलेज की बीकॉम में आवेदन किया। निदेशालय ने युवाओं को पांच कॉलेज और पांच विषय भरने का विकल्प दिया था। उसने ए कॉलेज में बीकॉम के अलावा बीकॉम ऑनर्स, बीबीए और बीए में भी आवेदन कर दिया। माना उसके 85 प्रतिशत अंक 12वीं में है। ए कॉलेज में बीए की कट ऑफ में उसका नाम आ गया। जबकि उसने अपनी दूसरी प्राथमिक में बी कॉलेज में इन्हीं विषयों में आवेदन किया था। बी कॉलेज की बीकॉम में उसके अंकों के बराबर कट ऑफ भी लगी है। ऐसे आवेदकों की संख्या 40 प्रतिशत के करीब है। युवाओं का कहना है कि अब उनके साथ बीकॉम में भविष्य की उम्मीद खत्म हो गई है। आवेदन करते समय यहां रही दिक्कत
तकनीकी जानकारों ने बताया कि पांच कॉलेज व पांच कोर्सों में ऑनलाइन आवेदन करना था। युवाओं को सबसे पहले ए कॉलेज व फिर बी कॉलेज में अपने प्रमुख विषय में आवेदन करना था। वे ऐसा करते तो निदेशालय के सिस्टम के अनुसार उनका एक कॉलेज की बीकॉम में नाम न आने पर दूसरे कॉलेज में आ सकता था। इनमें साइबर कैफे और अपने एंड्रॉयड फोन से आवेदन करने वालों की संख्या अधिक है। क्या है विकल्प
ऐसे युवाओं के सामने अपने भविष्य का संकट गहरा गया है। वे अब बीकॉम की बजाय बीए में दाखिला लेने को मजबूर हैं। ऐसे युवाओं के लिए एक ओर मौका है। उनको फ्री काउंसिलिग का इंतजार करना होगा। कॉलेजों में सीट होने पर उनको दाखिले का मौका मिल सकता है। इस कॉलेज में इतना कट ऑफ
एसडी पीजी कॉलेज :
कोर्स ऑल इंडिया हरियाणा सामान्य
बीए 81 70.5
बीकॉम 84.6 73.6
बीकॉम ऑनर्स 90.4 73.0
बीएससी कंप्यूटर साइंस 77.2 ---
बीएससी नॉन मेडिकल 73.5 ----
बीएससी मेडिकल 74.8 ---- आर्य पीजी कॉलेज :
कोर्स ऑल इंडिया हरियाणा सामान्य
बीए 76.40 ----
बीएससी नॉन मेडिकल 90.60 78.80
बीएससी मेडिकल 89.40 81.80
बीएससी कंप्यूटर साइंस 86.00 71.80
बीएससी इलेक्ट्रॉनिक्स 86.00 71.80
बीकॉम ऑनर्स 86.00 71.80
बीकॉम सेल्फ फाइनेंस 83.80 75.20
बीकॉम एडिड 96.20 89.40 आइबी पीजी कॉलेज :
कोर्स ऑल इंडिया हरियाणा सामान्य
बीए 81.60 71.40
बीकॉम ऑनर्स 86.60 64.80
बीकॉम 86.00 64.80
बीएससी नॉन मेडिकल 53.20 ----
बीएससी बायोटेक 70.40 ----
बीएससी मेडिकल 73.40 61.20
बीएससी कंप्यूटर साइंस 53.20 ----- देशबंधु गुप्ता राजकीय कॉलेज :
कोर्स ऑल इंडिया हरियाणा सामान्य
बीए 88.20 79.60
बीकॉम 92.00 80.60
बीएससी मेडिकल 85.60 67.80