छठी से आठवीं के बच्चों को भी पढ़ाएंगे व्यावसायिक पाठ्यक्रम
राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) के तहत छठी से आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के बीच भी अब प्री वोकेशनल एजुकेशन यानी व्यावसायिक पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, पानीपत : राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) के तहत छठी से आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के बीच भी अब प्री वोकेशनल एजुकेशन, यानी व्यावसायिक पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा। इसका मकसद वोकेशनल एजुकेशन के प्रति ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों को प्रेरित करना है, ताकि नौंवी से बारहवीं कक्षा के बीच वोकेशनल एजुकेशन कोर्स कर सकें। प्री वोकेशनल एजुकेशन शुरू कराने के लिए शुरुआत में जिले के पांच स्कूलों का चयन किया गया है। एनएसक्यूएफ माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा के व्यवसायीकरण की केंद्र प्रायोजित योजना है। इसके तहत प्रदेश के 490 स्कूलों में वोकेशनल कोर्स चलाए जा रहे हैं। वोकेशनल कोर्स करने के बाद स्कूलों में ही प्लेसमेंट मिल जाती है। पानीपत जिले के 48 स्कूलों में अलग-अलग ट्रेड के वोकेशनल कोर्स चल रहे हैं। एपीसी रमेश चहल ने बताया कि एनएसक्यूएफ के तहत जिले के पांच ऐसे स्कूलों का चयन किया गया है, जहां छठी से आठवीं तक के विद्यार्थियों को प्री वोकेशनल एजुकेशन कराई जाएगी। जहां पांच-पांच दिन इंटर्नशिप कराई जाएगी। इसके बाद दो एक्सपर्ट के लेक्चर कराए जाएंगे और आखिर में दो दिन वर्कशाप भी होगी। उन्होंने बताया कि पांचों स्कूलों के वोकेशनल टीचर के साथ टीजीटी शिक्षक को ट्रेनिग भी दिलाई जाएगी। इसको लेकर डीपीसी कार्यालय में 13 अक्टूबर का समय रखा गया है। उन्होंने बताया कि छठी से आठवीं के बच्चों को वोकेशनल टीचर बैग फ्री वाले दिन प्री वोकेशनल एजुकेशन देंगे। एपीसी ने कहा कि छठी से आठवीं के विद्यार्थियों के बीच प्री वोकेशनल एजुकेशन शुरू करने का मकसद, उन्हें वोकेशनल कोर्स के प्रति प्रेरित करना है, ताकि वो आगे चलकर वोकेशनल कोर्स को चुन सकें। उन्होंने बताया कि इंटरशिप कार्यक्रम, एक्सपर्ट लेक्चर व वर्कशाप को लेकर उक्त स्कूलों में ग्रांट भी जारी की गई है। इन स्कूलों को चुना गया --
--राजकीय कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल शिवनगर
--राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल मतलौडा
--राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल इसराना
--राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल समालखा
--राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल बापौली क्या है वोकेशनल कोर्स : विद्यार्थी को किसी विशेष कोर्स की जानकारी दी जाती है। इस तरह के कोर्स में विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल जानकारी ज्यादा दी जाती है। यह कोर्स इस तरीके से बनाए गए हैं कि रोजगार के लिए जाए तो वह पूरा तैयार होकर जाए।