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हरियाणा में तालाब खुदाई में मिला सुदर्शन चक्र की आकृति का पत्‍थर और दीवार, पुरातत्‍व विभाग करेगा जांच

हरियाणा के जींद में खुदाई के दौरान सुदर्शन चक्र की आकृति का पत्‍थर और पुरानी ईंटों की दीवार मिली। जींद के अलेवा में तालाब खुदाई के दौरान मिलीं ऐतिहासिक चीजों से आसपास के गांव के लोग देखने के लिए जुटे। लोग इसे महाभारत काल से भी जोड़कर देख रहे हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Fri, 01 Jul 2022 04:06 PM (IST)Updated: Fri, 01 Jul 2022 04:06 PM (IST)
हरियाणा में तालाब खुदाई में मिला सुदर्शन चक्र की आकृति का पत्‍थर और दीवार, पुरातत्‍व विभाग करेगा जांच
जींद के अलेवा में मिला सुदर्शन चक्र की आकृति का पत्‍थर।

अलेवा (जींद), संवाद सहयोगी। जींद के अलेवा गांव में तालाब खुदाई के दौरान सुदर्शन चक्र की आकृति का पत्‍थर और पुरानी ईंट की दीवारें मिलीं। इसकी सूचना कुछ ही देर में आसपास के गांव के लोगों को लग गई। लोग ऐतिहासिक चीजों को देखने के लिए जुट गए। इस बीच चर्चा होने लगी कि यहां पर खजाना हो सकता है। तो कुछ लोग कहने लगे ये महाभारत काल की ऐतिहासिक चीजें हैं।

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शिवजी के मंदिर में रखा गया

अलेवा गांव में तालाब खुदाई के दौरान पत्‍थर का चक्र, दीवार मिला। तालाब से निकली पुरानी चीजें को गांव के लोगों ने तालाब के साथ लगते शिवजी के मंदिर में रखवा दिया है। गांव के लोग इससे हड़प्पा कालीन की चीजें बता रहे हैं। हालांकि चीजें कितनी पुरानी हैं यह तो पुरातत्व विभाग की जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। तालाब में मिली पुरानी चीजों को देखने के लिए गांव के लोग काफी संख्या में पहुंच रहे हैं।

जिला प्रशासन करवा रहा खुदाई

अलेवा निवासी सुनहरा, कुलदीप उर्फ बिन्नू्र सुभाष, पंजाब सिंह, साहिल, सतीश, बिटू, जगता, विकास ने बताया कि अलेवा गांव में जिला प्रशासन द्वारा तालाब की खुदाई करवाई जा रही है। खुदाई के दौरान पुराने समय की करीब 20 फुट लंबी और 5 फुट चौड़ी पुरानी ईंटों की दीवार, एक पत्थर का च्रक निकला है।

हड़प्‍पा कालीन सभ्‍यता से जोड़कर देख रहे लोग

ग्रामीण इससे हड़प्पा कालीन चीजों के साथ जोड़ कर देख रहे हैं। गांव के लोगों ने बताया कि बुजुर्ग बताते हैं कि करीब एक हजार वर्ष पूर्व पटवे नामक जाति के लोग इस जगह पर एक मेले का आयोजन करते थे। उसके बाद करीब 700 वर्ष पूर्व इसी तालाब पर अलेवा गांव बसा था। समय के अनुसार अलेवा गांव का विस्तार होता गया और गांव के लोगों ने करीब 300 वर्ष पूर्व इसी तालाब पर शिवजी का मंदिर बनवा दिया। तभी से यह तालाब शिवजी के मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। अगर जिला प्रशासन द्वारा इस तालाब की खुदाई करवाई जाती है तो पुराने समय की दूसरी चीजें भी मिलने की संभावना है।

पुरातत्व विभाग से कराएंगे जांच-एसडीएम

मामले को लेकर उचाना के एसडीएम राजेश खोथ से बात की गई तो उन्होंने बताया कि फिलहाल अलेवा गांव के तालाब में खुदाई के दौरान पुरानी चीजें निकलने का मामला उनके संज्ञान में नहीं है। अगर तालाब खुदाई के दौरान कोई पुरानी चीजें निकली है तो पुरातत्व विभाग से जांच करवाएगें।


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