शादी नहीं होने से गुस्साए बेटे ने पिता को मार डाला
पानीपत में तहसील कैंप के विकासनगर में सोमवार रात को शादी न करवाने से खफा बेटे ने बुजुर्ग पिता के सिर में डंडे (चौखट के टुकड़े) से वार कर हत्या कर दी। युवक की हत्या के बाद घर उजड गया।
जागरण संवाददाता, पानीपत : तहसील कैंप के विकासनगर में सोमवार रात को शादी न करवाने से खफा बेटे ने बुजुर्ग पिता के सिर में डंडे (चौखट के टुकड़े) से वार कर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपित को हिरासत में ले लिया है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं की। वारदात रात करीब 12 बजे की है।
पुलिस के अनुसार विकासनगर के अर्जुन देव (70) की पहली पत्नी की मौत हो गई थी। इससे उसकी एक बेटी है। दूसरी पत्नी से बेटा कमल (32) और दो बेटियां हैं। तीनों बेटियों की शादी हो चुकी हैं। पत्नी 30 वर्ष पहले अर्जुन देव को छोड़कर चली गई थी। अर्जुन फेरी लगाकर प्लास्टिक का सामान बेचता था, जबकि कमल तहसील कैंप में कपड़े की दुकान पर काम करता है। कुछ दिन से वह काम पर नहीं जा रहा था और पिता पर दबाव डाल रहा था कि उसकी शादी करवा दे। वह 20 गज का प्लॉट भी अपने नाम कराने के लिए पिता से रोज झगड़ता था और नशे के लिए पैसे मांगता था। बहनें घर आती थी तो उन्हें भी धमकाता था कि वह जायदाद में हिस्सा लेने आई हैं। इसको लेकर दोनों में विवाद रहता था। गत रात्रि भी पिता व पुत्र में झगड़ा हो गया। शोर सुनकर वहां पहुंचे पड़ोसियों ने दोनों को शांत करा दिया। देर रात कमल ने फोङ्क्षल्डग पर सो रहे अर्जुन देव के सिर पर डंडे से वार उसकी हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देकर आरोपित मौके से फरार हो गया।
सुबह सात बजे तक जब अर्जुन देव रेहड़ी लेकर घर से नहीं निकला तो पड़ोसी ने अंदर पहुंचा। वहां उसने देखा कि बुजुर्ग खून से लथपथ फोल्डिंग पर पड़ा था। पड़ोसी मोना शर्मा ने इसकी जानकारी अर्जुन के दामाद सब्जी मंडी माटा चौक निवासी भारतभूषण, बेटी मीनू और पुलिस कंट्रोल रूम को दी। थाना प्रभारी विक्रांत ने बताया कि शादी न होने से कमल परेशान रहता था। इसी वजह से उसने पिता को मार डाला। भारतभूषण की शिकायत पर आरोपित कमल के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है।
उजड़ गया घर
अर्जुन के जीजा तहसील कैंप के चरणजीत ने बताया कि घर में दो ही सदस्य बचे थे। एक की हत्या हो गई और दूसरा जेल जाएगा। अब कोई नहीं बचा है। घर उजड़ गया है। कमल को पहले भी कई बार समझाया था कि वह पिता के साथ झगड़ा न किया करे, लेकिन वह नहीं माना।