सांस और आंख पर स्मॉग का संकट
इस सीजन में रविवार सबसे ज्यादा प्रदूषण वाला दिन रहा। स्मॉग के कारण दिनभर सूरज नहीं निकला। दृश्यता 100 मीटर से भी कम रही। प्रदूषण का लेवल सात गुणा तक बढ़ गया। इससे सांस लेने में दिक्कत आई और आंखों में जलन महसूस की गई।
जागरण संवाददाता, पानीपत : इस सीजन में रविवार सबसे ज्यादा प्रदूषण वाला दिन रहा। स्मॉग के कारण दिनभर सूरज नहीं निकला। दृश्यता 100 मीटर से भी कम रही। प्रदूषण का लेवल सात गुणा तक बढ़ गया। इससे सांस लेने में दिक्कत आई और आंखों में जलन महसूस की गई। पीएम 10 (एक घन मीटर में धूलकण) की मात्रा 655 माइक्रोग्राम दर्ज की गई। वह भी दिन में चार घंटे के दौरान। प्रशासन ने पांच नवंबर तक सभी स्कूल बंद करने के आदेश दिए हैं। उधर, प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों पर प्रशासन कोई शिकंजा नहीं कस पा रहा है। चिमनियां बदस्तूर धुआं उगल रही हैं। सेक्टर 25 में एक फैक्ट्री की चिमनी से काला धुआं निकलता दिखाई दिया। पराली जलाने के लिए एफआइआर दर्ज कराने और डीजल जनरेटर चलाने पर प्रतिबंध के आदेश बेअसर हैं। 15 सिगरेट के बराबर निगल रहे धुआं
छाती रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों का कहना है कि जिस तरह से अभी वातावरण है उसमें माना जाता है 24 घंटे में आदमी के अंदर 15 सिगरेट के बराबर धुआं जा रहा है। इसीलिए लोगों को आजकल छाती भारी लग रही है। आंख व नाक में जलन लग रही है। किस समय कितना प्रदूषण
समय पीएम 10
सुबह 6 बजे 410
8 से 10 बजे 475
दोपहर 12 बजे 435
दोपहर 2 बजे 515
शाम चार बजे 607
शाम छह बजे 655 स्कूलों में दो दिन अवकाश घोषित
डीसी सुमेधा कटारिया ने पानीपत के सभी सरकारी, निजी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में 4 व 5 नवंबर को अवकाश घोषित करने के आदेश दिए हैं। सुमेधा कटारिया ने कहा कि उक्त दिनों में सभी स्कूल बंद रहेंगे और जिला शिक्षा अधिकारी इन आदेश पालना कराना सुनिश्चित कराएंगे। तीन दिनों से चल रही पौधों की धुलाई बेअसर
तीन दिनों से नगर निगम पेड़ पौधों पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियों से पानी का छिड़काव करा रहा है। इसका भी कोई असर दिखाई नहीं दे रहा। प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है। निजी अस्पतालों में बढ़े मरीज
रविवार होने के कारण सिविल अस्पताल में हालांकि अवकाश रहा। स्मॉग के कारण ओपीडी लगातार बढ़ती जा रही है। शनिवार को सिविल अस्पताल में 415 मरीज पहुंचे। जबकि आम दिनों में ओपीडी में 200 से 250 मरीज आते हैं। निजी अस्पतालों में यही हालात बने हुए हैं। खांसी, गले की खराबी के साथ आंखों में जलन के मरीज अधिक संख्या में पहुंच रहे हैं। कोयला ईंधन आधारित उद्योग पांच तक बंद
पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम व नियंत्रण) प्राधिकरण ने पहले ही पांच नवंबर तक कोयला आधारित उद्योगों को पांच नंवबर तक बंद रखने के आदेश जारी किए हैं। उद्योगों सहित ईंट भट्ठों की जांच में जुटा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
प्रदूषण की खतरनाक स्थिति को देखते हुए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीमें दो दिनों से उद्योगों की जांच कर रही है। बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी संजीव बुद्धिराजा ने बताया जांच के दौरान उद्योग बंद मिले हैं। ईंट भट्ठों का निरीक्षण किया गया है। वे बंद मिले हैं। ईपीसीए के आदेश के अनुसार 5 नवंबर तक उद्योगों को बंद करने के आदेश हैं। समालखा, ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया, सेक्टर 25-29 सहित बाहरी कॉलोनियों में लगे उद्योगों का निरीक्षण किया। बचाव के लिए यह करें
-इन दिनों में घर से बाहर ना निकलें। ज्यादा जरूरत पड़ने पर ही बाहर जाएं।
-दो दिन अपने वाहन चलाने से भी बचें। अति आवश्यक होने पर ही वाहन चलाएं।
-अदरक और तुलसी डालकर चाय पीएं।