Kurukshetra Geeta Festival: ब्रह्मसरोवर के तट पर लघु भारत, धर्मनगरी में दिखा जोश और जुनून
Kurukshetra Geeta Festival में ब्रह्म सरोवर के तट पर लघु भारत उमड़ आया है। महोत्वस के आगाज के बाद यहां लोगों को तांता लगा हुआ है। रविवार को अंतरराष्ट्रीय मैराथन हुआ।
कुरुक्षेत्र, जेएनएन। Kurukshetra Geeta Festival में ब्रह्म सरोवर के तट पर लघु भारत का नजारा हो रहा है। देश के कोने-कोने से यहां लोग पहुंचे हैं और उनका लगातार आना जारी है। इसके साथ ही यहां खास जोश और जुनून देखने को मिल रहा है। रविवार सुबह अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव दौड़ में युवाओं के संग सभी उम्र के लोग दिखे। इस मैराथन का शुभारंभ हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह ने किया। ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त ने भी मैराथन के दौरान खिलाडि़यों का जोश बढ़ाया।
इस प्रतियोगिता में पुरुष व महिला वर्ग में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी को 31 हजार, 21 हजार व 11 हजार रुपये इनाम के रुप में प्रदान किए जाएंगे। मैराथन सुबह शुरू हुआ और युवाओं में इसके प्रति खासा जोश दिखा। मैराथन के प्रति लोगों में भी काफी दिलचस्पी दिखी और वे सड़क के किनारे खड़े होकर धावकों का उत्साह बढ़ाते दिखे।
ब्रह्मसरोवर का तट कई राज्यों के शिल्प के रंग में रंगा
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2019 के शिल्प और सरस मेले के पहले ही दिन ब्रह्मसरोवर का घाट कई राज्यों के शिल्प के रंग में रंग गया है। शिल्प मेले में पहुंचे विभिन्न राज्यों के शिल्पकारों ने अपने स्टाल सजा लिए हैं तो अलग-अलग राज्यों के कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर माहौल में रंगत ला दी है। घाटों पर पंजाब की फुलकारी अपने रंग बिखेर रही है तो कश्मीर की पश्मीना के नखरे भी देखे जा रहे हैं। घाटों पर ही पंजाब से आए बाजीगर अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं तो राजस्थान के लोक कलाकार कच्ची घोड़ी नृत्य प्रस्तुत कर वाह वाही लूट रहे हैं। पर्यटक भी मस्ती के रंग में रंगे इनके साथ सेल्फी लेकर महोत्सव को विदेशों तक पहुंचाने में जुटे हैं।
शिल्प और सरस मेले का शुभारंभ करने पहुंची प्रदेश की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने कहा कि हरियाणा की पावन धरा धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र से एक बार फिर पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेश पूरे विश्व में गूजेंगे। इन संदेशों में ही पूरे विश्व का सार समाहित है। इससे पहले आचार्य नरेश कौशिक व 21 ब्राह्मणों द्वारा किए गए मंत्रोच्चारण और शंख की सुरीली गूंज के साथ मेले का शुभारंभ किया गया। मुख्य सचिव ने जैसे ही सरस व शिल्प मेले का शुभारंभ किया, उसी समय विभिन्न राज्यों के कलाकारों ने अपने-अपने प्रदेश के संगीत और वाद्य यंत्रों से निकली सुर और ताल ने ब्रह्मसरोवर की फिजा ही बदल दी।
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उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार के प्रयासों से महोत्सव को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाने की शुरुआत की गई है। इस महोत्सव के साथ हरियाणा का गौरव पूरे विश्व में बढ़ेगा। इस शिल्प मेले में विभिन्न राज्यों से शिल्पकार अपने-अपने प्रदेश की बेहद खूबसूरत शिल्पकला के साथ पहुंचे हैं।
उन्होंने केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, सूचना, जन संपर्क एवं भाषा विभाग के संयुक्त निदेशक एवं सीईओ केडीबी गगनदीप ङ्क्षसह ने खुली जीप में सवार होकर ब्रह्मसरोवर के उत्तरी छोर से लेकर पूर्वी छोर तक शिल्पकारों के स्टालों का अवलोकन किया। डीसी डॉ. एसएस फुलिया ने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से गीता जयंती महोत्सव को चौथी बार अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है।
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