सरकारी स्कूलों की देखिए बदहाली, समय से पहले स्कूल बंद, छह शिक्षक सस्पेंड Panipat News
समय से पहले स्कूल बंद करने से नाराज डीईईओ ने छह शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया। ईदगाह कॉलोनी स्थित राजकीय प्राइमरी स्कूल कस्तूरबा ए के शिक्षकों पर कार्रवाई हुई।
पानीपत, जेएनएन। ईदगाह स्थित राजकीय प्राइमरी स्कूल कस्तूरबा ए को एक घंटा पहले बंद करने पर डीईईओ रामफल धनखड़ ने छह अध्यापकों को सस्पेंड कर दिया। इस दौरान शिक्षकों को अलग-अलग बीईओ कार्यालयों से अटैच किया गया है। इन अध्यापकों को हेडक्वार्टर नहीं छोडऩे के निर्देश दिए गए हैं।
डीईईओ रामफल धनखड़ शुक्रवार दोपहर 2:30 बजे ईदगाह स्थित राजकीय प्राइमरी स्कूल कस्तूरबा-ए का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। उस समय स्कूल की कक्षाओं पर ताले लटके मिले। राजमिस्त्री शौचालय का निर्माण कर रहा था और स्थानीय बच्चे खेल रहे थे। डीईईओ ने मिस्त्री और बच्चों से शिक्षकों के बारे में पूछा। उन्होंने बताया कि अक्सर शिक्षक दो-ढाई बजे स्कूल बंद कर देते हैं। हालांकि सुबह स्कूल निर्धारित समय पर खोला जाता है। स्कूल का समय सुबह 9:30 से शाम 3:30 बजे तक है। निर्धारित समय से एक घंटा पूर्व स्कूल बंद करने पर डीईईओ ने जेबीटी शिक्षक सीमा, इंदू बाला, राजीव कुमार, आशा देवी, प्रीति और रोजी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। सीमा और प्रीति को बीईओ मतलौडा, आशा और रोजी को इसराना, इंदू बाला को बापौली और राजीव कुमार को बीईओ पानीपत से अटैच किया है। उल्लेखनीय है कि स्कूल में 250 बच्चे पढ़ते हैं। इन्हें पढ़ाने के लिए फिलहाल तीन अध्यापकों को दूसरे स्कूलों से डेपुटेशन पर भेजा जा रहा है।
ईदगाह कॉलोनी स्थित प्राइमरी स्कूल का पूरा स्टाफ निलंबित करने के बाद इस स्कूल में तीन शिक्षकों को अटैच किया गया है। इस स्कूल में करीब 250 बच्चे पढ़ते हैं। इन्हें पढ़ाने के लिए फिलहाल तीन शिक्षकों का डेपुटेशन किया गया है। जरूरत पडऩे पर शिक्षकों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
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डीईईओ रामफल धनखड़ का तबादला
कस्तूरबा ए प्राइमरी सकूल के छह शिक्षकों को सस्पेंड करने वाले डीईईओ रामफल धनखड़ का तबादला कर दिया गया है। उनकी जगह रमेश कुमार नए जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी होंगे। शनिवार को दोपहर 2 बजे के बाद पानीपत लघु सचिवालय में कार्यभार संभालेंगे।
सस्पेंशन मामले में तीन सवाल
-शिक्षकों को सस्पेंड करने पहले चेतावनी स्वरूप शो कॉज नोटिस क्यों नहीं दिया गया।
-डीईईओ के तबादले के बाद सस्पेंशन मामले की जांच में कितनी पारदर्शिता बरती जाएगी।
-सस्पेंशन के बाद डीसी कार्यालय को इस बारे में सूचना क्यों नहीं दी गई।