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अब राम नाम की धुन, व्रत पर बैठे हनुमान भक्त

जागरण संवाददाता, पानीपत : हनुमान स्वरूप बन कर 40 दिन तक उपवास रखने की अनूठी परंपरा शुरू हो

By Edited By: Published: Sat, 03 Sep 2016 02:29 AM (IST)Updated: Sat, 03 Sep 2016 02:29 AM (IST)
अब राम नाम की धुन, व्रत पर बैठे हनुमान भक्त

जागरण संवाददाता, पानीपत : हनुमान स्वरूप बन कर 40 दिन तक उपवास रखने की अनूठी परंपरा शुरू हो गई गई। भक्त कठिन साधना कर उपवास रखेंगे। दशहरा पर्व मनाने के बाद उपवास से उठेंगे। दशकों पुरानी ये परंपरा को उत्साह एवं श्रद्धा से निभाया जा रहा है।

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पाकिस्तान में मुज्जफरगढ़ जिला है। लैय्या बिरादरी के पूर्वज हनुमान के अनन्य भक्त होते थे। सुख समृद्धि व वीर बजरंगी हनुमान का आशीर्वाद पाने को व्रत रखने लगे। दशहरे से पहले हनुमान स्वरूप बनकर घूमते। देश के विभाजन के बाद इस बिरादरी के लोग पानीपत आए। सात दशक से हनुमान स्वरूप धारण करने वाले भक्तों ने उपवास रखना शुरू कर दिया।

घर से दूर मंदिर पर बिताते हैं। पानीपत में कई ऐसे भक्त हैं जो तीन दशक से अधिक समय से उपवास रखते आ रहे हैं।

एक स्थान पर दो-तीन भक्त बैठते

गली मोहल्ले में स्थित मंदिर में कम से दो तीन भक्त एक साथ बैठते हैं। कहीं तो भक्तों की संख्या 5-6 तक पहुंच जाती है। उपवास शुरू करने से पहले प्रात: 5 बजे पूजन करने बैठ जाते हैं। अनिवार्य रूप से हवन में भी आहुति देते। कम से दो घंटे पूजा जरूर करते हैं। दोपहर व शाम को भी 2-3 घंटे हनुमान की आराधना में लगाते हैं।

सजती हैं 400 मूर्तियां : भक्त अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए नई मूर्तियां बनवाते हैं। कोई हिफाजत से रखी गई पुरानी मूर्तियों को भी कारीगर को देकर उसे नया रूप प्रदान करते हैं। हनुमान भक्तों का कहना है कि पानपीत में दशहरे पर 400 मूर्तियां निकलती हैं। व्रत करने वाले 1500 से ज्यादा होते हैं।

38 हजार की लाए मूर्ति

सनौली रोड दशहरा कमेटी के वरिष्ठ पदाधिकारी सुभाष गुलाटी बीते 25 वर्षो से हनुमान स्वरूप धारण करते हैं। कलंदर चौक से 38 हजार रुपये में नई मूर्ति बनवाई है। गुलाटी ने बताया कि पाकिस्तान से जो मूर्तियां आई, वो भी इस चौक पर एक कारीगर के पास रखी हैं। 40 दिन का उपवास कठिन जरूर है लेकिन राम भक्त हनुमान की कृपा से सब सही हो जाता है।


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