शक्तिभोग फूड के एमडी समेत तीन गिरफ्तार, हरियाणा के करनाल, यमुनानगर और पानीपत में इन पर कई केस
शक्तिभोग फूड के एमडी सहित तीन लोगों को करनाल पुलिस की सीआइए-1 टीम ने दिल्ली से गिरफ्तार किया। आढ़तियों से चावल खरीदने के बाद पेमेंट के बजाय धमकी देने का आरोप। आरोपितों पर करनाल में 28 यमुनानगर में सौ और पानीपत में 18 मुकदमे।
पानीपत/करनाल, जेएनएन। आढ़तियों से धान खरीदने के बाद पेमेंट के बजाय जान से मारने की धमकी देने के मामले में पुलिस ने दिल्ली से आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें शक्तिभोग फूड लिमिटेड कंपनी के एमडी सिद्धार्थ सहित दो अन्य आरोपित शामिल हैं। उनके खिलाफ करनाल में 28 मुकदमें दर्ज हैं जबकि यमुनानगर में सौ व पानीपत में 18 मुकदमें सहित प्रदेश के अन्य जिलों में भी कई मुकदमें लंबित चल रहे हैं। फिलहाल आरोपितों को नौ अक्टूबर तक रिमांड पर लिया गया है, जिसके तहत उनसे आढ़तियों की रकम के बाबत पूछताछ की जाएगी।
इस मामले के तहत पुलिस की सीआइए-वन शाखा ने तीनों आरोपितों को दिल्ली से गिरफ्तार किया, जिनमें कंपनी के मालिक केवल कृष्ण, एमडी सिद्धार्थ कुमार व दिव्यार्थ कुमार शामिल हैं। तीनों दिल्ली के निवासी बताए गए हैं। पुलिस ने यह कार्रवाई वर्ष 2018 में न्यायालय के आदेश पर करनाल के थाना बुटाना में निगदू क्षेत्र के सावंत गांव निवासी आढ़ती गुलशन सचदेवा की शिकायत पर दर्ज किए गए मुकदमे की जांच के तहत की है। थाने में शक्तिभोग फूड लिमिटेड कंपनी समानाबाहू के एमडी सिद्धार्थ सहित कुल नौ व्यक्तियों के खिलाफ थाना बुटाना में विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था, जिसकी तफ्तीश करनाल पुलिस की सीआइए-वन शाखा को सौंपी गई थी।
इस मामले में शिकायतकर्ता की ओर से आरोप लगाया गया था कि कंपनी के मालिकों ने वर्ष 2014-15 व 2015-16 में उनके और निगदू मंडी के कई छह आढ़तियों से करीब 57 हजार क्विंटल जीरी की खरीद की, जिसके एवज में कुछ पेमेंट तो उन्हें मिली लेकिन बाद में कंपनी ने पेमेंट नहीं दी। आरोप है कि पेमेंट मांगने पर कंपनी के मालिकों की ओर से उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। शिकायतकर्ता के अनुसार कंपनी पर उनकी व अन्य आढ़तियों की नौ करोड़ 21 लाख 94777 रुपये की पेमेंट बकाया है।
पांच हजार रुपये का था इनाम
करनाल पुलिस की ओर से स्पष्ट किया गया कि जिले में आरोपित के विरुद्ध 28 मुकदमें दर्ज हैं। जबकि यमुनानगर मेंं 100 और पड़ोसी जिले पानीपत में 18 मुकदमें लंबित हैं। आरोपित एमडी की गिरफ्तारी पर 5000 रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था।