सात साल के भतीजे को दी दर्दनाक मौत, वजह हैरान कर देने वाली
तीन साल पहले भतीजे का अपहरण करके बड़नपुर नहर में फेंककर हत्या करने के जुर्म में चाचा को उम्रकैद व 55 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई गई है।
पानीपत/जींद, जेएनएन। जींद में एक चाचा को अपने सात साल के मासूम पर तरस नहीं आया। इलाज न कराने पर भाई की दुश्मनी अपने भतीजे से से निकाली। भतीजे का अपहरण करके उसे नेहर में फेंक दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपित को पकड़ लिया। अब कोर्ट ने दोषी को उम्रकैद की सजा सुनाई है।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश बलजीत सिंह की अदालत ने तीन साल पहले भतीजे का अपहरण करके बड़नपुर नहर में फेंककर हत्या करने के जुर्म में चाचा को उम्रकैद व 55 हजार रुपये जुर्माना किया है। हिसार जिले के गांव सुलचानी निवासी कपिल ने 16 फरवरी 2016 को शहर थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि उसके मामा चमेला कालोनी नरवाना निवासी रामफल के पौत्र सोनू की शादी थी। शादी में उसका सात वर्षीय बेटा आदित्य भी शामिल होने के लिए आया हुआ था। जब सोनू की घुड़चढ़ी हो रही थी तो उसका बेटा आदित्य नाच रहा था, लेकिन थोड़ी देर के बाद वहां से लापता हो गया।
आसपास तलाशने पर कोई सुराग नहीं लगा। बाद में किसी ने बताया कि आदित्य को उसका चाचा मनदीप बाइक पर बैठाकर गांव बडनपुर की तरफ लेकर गया है। पुलिस ने मनदीप के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज करके पांच दिन के बाद गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस पूछताछ में मनदीप ने खुलासा किया कि उसने अपने भतीजे आदित्य को बडनपुर के निकट नहर में फेंककर हत्या कर दी थी। आरोपित के खुलासे के बाद बच्चे के शव की नहर में तलाश की और उसके शव को बरामद कर लिया।
इलाज ठीक से नहीं करवाने के कारण रखता था रंजिश
हत्या के दोषी मनदीप ने गिरफ्तारी के बाद खुलासा किया था कि वह कई वर्ष से कपिल के साथ रहता था। इसी बीच में उसका एक्सीडेंट हो गया। कपिल ने उसका इलाज ठीक नहीं कराया। आपस में कुछ रुपयों का लेनदेन भी बताया गया। मनदीप उसी समय से कपिल से रंजिश रखने लगा था। इसी रंजिश के चलते उसने भतीजे आदित्य का अपहरण करके नहर में फेंक दिया।