हाईवे के लुटेरों ने टाॅॅर्च की रोशनी दिखा रुकवाई कार, अंदर देखा तो उड़ गए होश, जानिए क्या हुआ Panipat News
हथियारों के बल पर उग्राखेड़ी मोड़ कालाअंब रोड पर सीआइए-थ्री की गाड़ी लूटने की कोशिश में सात बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है।
पानीपत, जेएनएन। हथियारों के बल पर उग्राखेड़ी मोड़ कालाअंब रोड पर सीआइए-थ्री की गाड़ी लूटने की कोशिश में सात बदमाशों को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से चार देसी पिस्तौल, दो कारतूस, दो डंडे, एक टार्च और एक रिट्ज कार बरामद की। इस गिरोह ने 16 सितंबर को सोनीपत के बड़ी इंडस्ट्रियल क्षेत्र के व्यसायी के दो कर्मचारियों से 11 लाख रुपये लूटे थे। सातों आरोपितों को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
सीआइए-थ्री प्रभारी सब इंस्पेक्टर छबील सिंह ने बताया कि देर शाम एसआइ बलवान सिंह के नेतृत्व में टीम ऊझा रोड पर गश्त कर रही थी। टीम ने सरकारी गाड़ी पर लगी बत्ती को उतार काला अंब रोड पर करीब 500 मीटर चले तो पांच बदमाशों ने टार्च की रोशनी दिखा गाड़ी रोकने का इशारा किया। बदमाशों ने ड्राइवर की कनपटी पर पिस्तौल अड़ा दी और गाड़ी लूटने की कोशिश की। एक बदमाश ने अंदर टार्च की रोशनी दिखाई तो एसआइ बलवान को वर्दी में देखा। टीम ने बदमाशों को पकड़ा लिया। बदमाशों ने कार को साइड में खड़ा कर रखा था।
बदमाशों की पहचान सरगना भापरा के प्रदीप, अनिल उर्फ छोटू, तेजबीर उर्फ तेजा, रिसालू के अरुण उर्फ अन्नु और जितेंद्र, करनाल के कमालपुर गांव के प्रमोद उर्फ मद्दी और माच्छरौली के अफसर के रूप में हुई। कार आरोपित अनिल की है।
बदमाशों का अपराधिक रिकॉर्ड
एसआइ छबील सिंह ने बताया कि आरोपित अफसर के खिलाफ वर्ष 2012 में थाना समालखा में डकैती और हत्या, 2010 में बापौली थाने में मारपीट का केस दर्ज है। अनिल के खिलाफ 2011 में दिल्ली में और 2018 में उत्तर प्रदेश में लूट, प्रदीप के खिलाफ 2012 में समालखा थाने में दुष्कर्म, अरुण के खिलाफ 2016 में करनाल में मारपीट और प्रमोद के खिलाफ करनाल में चोरी का मामला दर्ज है।
चोरी की गाड़ी से लूटे थे 11 लाख
दिल्ली के शारदा अपार्टमेंट शिवाजी नगर के आशीष हेमचंद्र मांजरेकर की सोनीपत के बड़ी में कोरियार व प्लास्टिक बनाने का व्यवसाय है। आशीष की भापरा का प्रदीप गाड़ी चलाता था। प्रदीप को पता था कि कंपनी का कितने रुपये का लेनदेन होता है। प्रदीप ने छह साथियों के साथ गिरोह बनाया। करनाल में कार गैरेज चलाने वाले प्रमोद ने ग्राहक की गाड़ी चुरा ली। इसी गाड़ी से बदमाशों ने 16 सितंबर को आशीष के कार सवार दो कर्मचारियों को बड़ी के पास पिस्तौल के बल पर 11 लाख रुपये लूट लिए थे।