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जहरीली शराब से मौत का असर, पानीपत के इमरजेंसी वार्ड में होगा अब अलग रजिस्‍टर

एसीएस ने पानीपत के सिविल सर्जन से मृतकों की मांगी जानकारी तो आई सुधार की याद। अस्पताल की इमरजेंसी में बनेगा गंभीर केसों का रजिस्टर। विशेषज्ञ डाक्टर अब वार्ड में रोजाना दो राउंड लगाएंगे। पार्किंग में खड़े करने होंगे वाहन।

By Ravi DhawanEdited By: Published: Tue, 10 Nov 2020 12:25 PM (IST)Updated: Tue, 10 Nov 2020 12:25 PM (IST)
जहरीली शराब से मौत का असर, पानीपत के इमरजेंसी वार्ड में होगा अब अलग रजिस्‍टर
जहरीली शराब पीने से पानीपत में सात मौत हो चुकी हैं।

पानीपत, जेएनएन - अतिरिक्त मुख्य सचिव,स्वास्थ्य विभाग हरियाणा राजीव अरोड़ा ने चार दिन पहले जहरीली शराब मामले में मृतकों और उपचाराधीन की सिविल सर्जन से एकाएक जानकारी मांग ली। इसके बाद विभागीय अधिकारियों को इमरजेंसी वार्ड में सुधार की याद आई। अब गंभीर केसों के लिए इमरजेंसी में अलग रजिस्टर बनेगा। अधिकारियों को तुरंत जानकारी दी जाएगी। दरअसल, मुआवजा घोषित होने के बाद कुछ लोग यह कहते हुए आगे आए हैं कि उनके स्‍वजन की शराब पीने से मौत हुई है। अब इसका रिकार्ड नहीं होगा तो मुआवजा भी नहीं मिल सकेगा। 

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सिविल सर्जन डा. संतलाल वर्मा ने इस संबंध में सभी मेडिकल आफिसर से मीटिंग की है। डा. वर्मा के मुताबिक शराब पीने से मौत, एसिड अटैक, आग और सड़क दुर्घटना में ज्यादा लोगों के हताहत होने की जानकारी एक रजिस्टर में दर्ज होगी। घटना की सूचना अतिरिक्त मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग और महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डा. सूरजभान कांबोज सहित डीसी को भी दी जाएगी। इमरजेंसी से किसी भी मरीज को विशेषज्ञ के परामर्श बिना रेफर नहीं किया जाएगा। सभी विशेषज्ञ दिन में दो बार इमरजेंसी और सामान्य वार्ड में राउंड लगाएंगे। रजिस्टर में राउंड का समय भी दर्ज करेंगे। चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टाफ को ड्यूटी टाइमिंग में सुधार के निर्देश दिए गए हैं।

डा. वर्मा के मुताबिक कोविड-19 को लेकर भी सिविल अस्पताल और सीएचसी-पीएचसी के स्टाफ को चुनौती से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। मास्क, पीपीई किट पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट, सैनिटाइजर, दस्ताने आदि का स्टाक डिटेल भी मांगी गई है।

पार्किंग में खड़ा करेंगे वाहन 

सिविल अस्पताल में 200 कार की क्षमता वाली वाहन पार्किंग बिल्डिंग बनी हुई है। यहां आटउसोर्सिंग का कर्मचारी हर आने-जाने वाले वाहन का नंबर रजिस्टर में दर्ज करता है। इसके बावजूद तमाम लोग रेडियोलाजी ब्लाक, ओपीडी ब्लाक के सामने वाहन खड़ा कर देते हैं। अस्पताल स्टाफ के वाहन भी खड़े रहते हैं। सभी को निर्देश दिए हैं कि अपने वाहन पार्किंग स्थल पर खड़ा करें ताकि मरीज-तीमारदारों को सीख मिले।


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