लत जो गलत लग गई, इस पर हरियाणा सरकार का सख्त फैसला Panipat News
अब विक्रेता फुटकर में सिगरेट नहीं बेच सकेंगे। हरियाणा सरकार जल्द ही ये फैसला ले सकती है और इसका कानून भी लागू हो सकता है। इसके लिए ट्रेनिंग दी जा चुकी है।
पानीपत, जेएनएन। अगर आप फुटकर में सिगरेट खरीदकर पीने के शौकीन हैं तो संभल जाइए। हरियाणा सरकार खुली सिगरेट की बिक्री पर प्रतिबंध की तैयारी में है। तंबाकू उत्पादों के सेवन से मानव स्वास्थ्य को होने वाले नुकसान, शौकिया धूम्रपान से लगने वाली लत को कम करने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।
प्रदेश में धूम्रपान और तंबाकू उत्पादों का पहली बार सेवन करने वालों की आयु 18-19 वर्ष है। अधिकतर युवा शौकिया धूम्रपान शुरू करते हैं, धीरे-धीरे लत लग जाती है। सिगरेट पीने वाले 70 फीसद लोग फुटकर में एक-दो सिगरेट खरीदते हैं। इस पर कैंसर के खतरे की वैधानिक चेतावनी भी नहीं होती। सिगरेट का पैकेट महंगा होने के कारण भी बिक्री में कमी आएगी। स्वास्थ्य विभाग आंकड़ों सहित मसौदा तैयार कर सरकार को दे चुका है। ट्रेनिंग के दौरान भी संबंधित अधिकारियों को सिगरेट की फुटकर बिक्री पर प्रतिबंध की जानकारी दी जा चुकी है।
पुष्टि करते हुए जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कर्मवीर चोपड़ा ने बताया कि ट्रेनिंग में मौखिक रूप से बताया जा चुका है। लिखित आदेश मिलते ही फुटकर में सिगरेट बेचने वालों को जागरूक किया जाएगा।
कर लगने से बिक्री घटी
केंद्र सरकार ने सिगरेट, तंबाकू उत्पादों पर 10 फीसद अतिरिक्त कर लगाया हुआ है। इससे सिगरेट में करीब 2.5, बीड़ी में 9.1, अन्य उत्पादों की बिक्री में पांच फीसद गिरावट दर्ज की है। ग्लोबल अडल्ट टोबैको सर्वे 2016-17 के मुताबिक सिगरेट के पैकेट पर छपे चित्र को देखकर 62 फीसद धूम्रपान छोड़ चुके हैं।
- इन आंकड़ों को भी देखें
- 7.3 फीसद पुरुष सिगरेट पीते हैं।
- 0.6 फीसद महिलाएं धूम्रपान करती हैं।
- 10.7 फीसद व्यस्क तंबाकू सेवन करते हैं।
- दो फीसद महिलाएं तंबाकू सेवन करती हैं।