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हरियाणा में आज खुले स्कूल, बच्चों के सामने स्वास्थ्य सर्टिफिकेट बना चुनौती

कोरोना महामारी के बीच 14 दिसंबर यानी आज से स्‍कूल खोल दिए गए हैं। ऐसे में स्‍कूल स्‍टाफ और बच्‍चों के सामने स्‍वास्‍थ्‍य सर्टिफ‍िकेट चुनौती बना हुआ है। सरकार ने सरकारी और गैर सरकारी स्‍कूल खोलने के आदेश दिए हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Mon, 14 Dec 2020 09:50 AM (IST)Updated: Mon, 14 Dec 2020 09:50 AM (IST)
हरियाणा में आज खुले स्कूल, बच्चों के सामने स्वास्थ्य सर्टिफिकेट बना चुनौती
सरकार के आदेश के बाद 14 दिसंबर से स्‍कूल खोल दिए गए।

पानीपत/करनाल, जेएनएन। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की प्रयोगात्मक कार्यप्रणाली स्कूल विद्यार्थियों पर भारी पड़ रही है। आज से सरकारी व गैर-सरकारी स्कूल खुले। इससे पहले प्रत्येक विद्यार्थी को अपना स्वास्थ्य सर्टिफिकेट लाना होगा। स्वास्थ्य विभाग के पास ऐसी कोई योजना नहीं कि जिससे बच्चों को स्कूल में ही जांच सुविधा मिल सके। रेवाड़ी में कोरोना के मामले मिलने के बाद अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने पर अगर राजी हो भी रहे हैं तो उनसे लिखित में लिया जा रहा है। दूसरी तरफ, शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बच्चों को कोरोना से बचाव के लिए कोई योजना नहीं बना पा रहे हैं।

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कक्षा 10वीं व 12वीं की कक्षाएं लगाने के निर्देश

सुरक्षा संशाधनों की खामियों में आज से सरकारी व गैर-सरकारी स्कूल खुलने जा रहे हैं। दसवीं और 12वीं के बच्चे अपनी कक्षाओं में पहुंचे। इस बार कुछ नए नियम विभाग द्वारा बनाए गए है। स्कूल में एंट्री से पहले विद्यार्थी को खुद स्वास्थ्य केंद्र में जाकर अपनी हेल्थ रिर्पोट लेकर स्कूल में दिखानी होगी। इसके अलावा, अभिभावकों का लिखित पत्र भी देना हो अनिवार्य है। बता दें कि प्रदेश सरकार द्वारा 20 से 30 नवंबर तक स्कूल खोलने पर रोक लगा दी थी। जिसे बाद में बढ़ा कर 10 दिसम्बर तक कर दिया गया। आज से कक्षा 10वीं व 12वीं की कक्षाएं लगाने के निर्देश दिए गए हैं।

राम नगर निवासी अदित्य चावला ने बताया कि दोनो बच्चे दसवीं और 12वीं के छात्र हैं। आठ माह से घर में उन्हें कोरोना से सुरक्षित रखा हुआ है। अब विभाग ने फिर स्कूल खोलने के आदेश दिए हैं, जबकि दोनों के टेस्ट में हमें खुद करवाने होंगे। प्राइवेट नौकरी होने के कारण स्वास्थ्य केंद्र में जाना मुश्किल हो रहा है। शिक्षा विभाग के पास स्थाई योजना न होने के कारण बच्चों को स्कूल भेजने से परहेज कर रहे हैं। वहीं, जिला शिक्षा अधिकारी राजपाल चौधारी ने बताया कि स्कूल में शारीरिक दूरी व मास्क जरूरी है। विद्यार्थी के स्वास्थ्य जांच प्रमाण पत्र के साथ अभिभावकों की अनुमति पत्र भी जमा करवाना होगा। यादि किसी स्कूल द्वारा नियमों का उल्लघंन किया गया तो विभाग उचित कार्रवाई करेगा। पहले की तरह ही सभी व्रिद्यार्थियों व शिक्षकों की रूटीन स्क्रिनिंग भी अनिवार्य रहेगी।

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