कनाडा की कंपनी 56 आंगनबाड़ी केंद्रों की सुधारेगी दशा
आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चे गर्भवती स्तनपान कराने वाली महिलाओं को टॉकिग स्टीकर (इमोजी) नटखट अंदाज में बहुत कुछ सिखाने वाले हैं। ये इमोजी टैबलेट के जरिए दिखाए जाएंगे। जिला प्रशासन ने कनाडा की कंपनी अटोलो के साथ अनुबंध किया है। पायलट प्रोजेक्ट के तौर 56 आंगनबाड़ी केंद्रों को लिया गया है।
जागरण संवाददाता, पानीपत :
आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चे, गर्भवती, स्तनपान कराने वाली महिलाओं को टॉकिंग स्टीकर (इमोजी) नटखट अंदाज में बहुत कुछ सिखाने वाले हैं। ये इमोजी टेबलेट के जरिए दिखाए जाएंगे। जिला प्रशासन ने कनाडा की कंपनी अटोलो के साथ अनुबंध किया है। पायलट प्रोजेक्ट के तौर 56 आंगनबाड़ी केंद्रों को लिया गया है।
महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी सरला यादव ने बताया कि सभी ब्लॉक से केंद्रों को लिया गया है। कंपनी का स्टाफ गर्भवती महिलाओं सही समय पर चेकअप, अल्ट्रासाउंड, पौष्टिक खुराक, जंक फूड से नुकसान सहित हल्के व्यायामों की जानकारी देगा। शिशुवती महिलाओं को स्तनपान के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्हें बताया जाएगा कि मां का दूध बच्चों के लिए अमृत समान है। तीन से पांच साल तक के बच्चों को टॉकिग स्टीकर के जरिए खेल-खेल में अक्षर ज्ञान-सामान्य ज्ञान दिया जाएगा। योजना कारगर रही तो इसे विस्तार दिया जाएगा। सभी 56 केंद्रों की आंगनबाड़ी वर्कर्स को को टेबलेट चलाना सिखाया जाएगा।
अटोलो कंपनी को फिलहाल तीन लाख रुपये का भुगतान किया गया है। कंपनी की फील्ड मैनेजर यशस्वनी ने बताया कि हरियाणा पहला राज्य है जहां बच्चों के शैक्षिक, मानसिक-शारीरिक विकास सहित महिलाओं की प्रसव पूर्व देखभाल के लिए अनूठा प्रयोग किया जा रहा है। ऐसे दी जाएगी सीख :
सभी आंगनबाड़ी वर्करों को टैबलेट दिए जाएंगे। अटोलो कंपनी प्रत्येक केंद्र, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को टॉकिग स्टीकर की पुस्तक देगी। वर्कर स्टीकर (इमोजी)को स्कैन करेगी तो वह विभिन्न मुद्राओं में बोलने लगेगा। पहले चरण में करीब 1200 लाभार्थी लाभान्वित होंगे। 16-17 जनवरी को ट्रेनिग :
फील्ड मैनेजर के मुताबिक 56 आंगनबाड़ी केंद्रों की वर्कर्स को लघु सचिवालय सभागार में 16 और 17 जनवरी को ट्रेनिग दी जाएगी। इसमें मुख्य रूप से टैबलेट चलाना, स्टीकर स्कैन करना आदि सिखाया जाएगा।