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पूर्व मेयर बोले- गलती हो गई, माफ कर दो

हर मामले में मुखर रहने वाले पूर्व मेयर भूपेंद्र सिंह मामला दर्ज होने के बाद बैकफुट पर नजर आए। सहायक नगर योजनाकार (एटीपी) से मारपीट के मामले में सोमवार को समझौता हो गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Feb 2020 09:20 AM (IST)Updated: Tue, 25 Feb 2020 09:20 AM (IST)
पूर्व मेयर बोले- गलती हो गई, माफ कर दो
पूर्व मेयर बोले- गलती हो गई, माफ कर दो

जागरण संवाददाता, पानीपत : हर मामले में मुखर रहने वाले पूर्व मेयर भूपेंद्र सिंह मामला दर्ज होने के बाद बैकफुट पर नजर आए। सहायक नगर योजनाकार (एटीपी) से मारपीट के मामले में सोमवार को समझौता हो गया। कार्रवाई न करने के लिए समझौता पत्र चांदनी बाग पुलिस को दिया है। देर शाम स्काईलार्क में विधायक प्रमोद विज की अध्यक्षता में दोनों पक्षों की समझौता बैठक हुई। पूर्व मेयर सरदार भूपेंद्र ने कहा कि गलतफहमी से यह घटना हुई। लोगों में भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ गुस्सा था। व्यापारी वर्ग व मेरी तरफ से गलती हुई है।

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सहायक योजनाकार नवीन ने कहा कि जो-जो शामिल थे उन्होंने गलती स्वीकार कर ली है। गलतफहमी में यह घटना हुई। उन्हें माफ कर दिया है। व्यक्तिगत रूप से किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कराना चाहता। विभाग अपने स्तर पर जो करना चाहे करे। यह है मामला

गत 20 फरवरी को सनौली रोड पर मार्बल मार्केट में डीटीपी की टीम तीन शोरूम तोड़ने गई थी। इस दौरान व्यापारी इकट्ठा हो गए। व्यापारियों ने एटीपी नवीन के साथ मारपीट की। मारपीट करने वालों में पूर्व मेयर भूपेंद्र भी शामिल रहे। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ नवीन की शिकायत पर मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की थी। घटना की वीडियो के आधार पर जांच की गई थी। पूर्व मेयर को गिरफ्तार करने का दबाव बढ़ता जा रहा था। पूर्व मेयर भाजपा से हैं। 2007 में मार्बल मार्केट बनी थी। कारोबारियों का कहना है कि मार्केट बनने क्यों दी गई? अब पीक एंड चूज कर तोड़फोड़ क्यों की जा रही है? पहले बनाने के नाम पर पैसे लिए गए। अब दोबारा पैसे की मांग की जा रही थी। समझौा कराने के कारण

-भाजपा की किरकिरी हो रही थी।

-अधिकारियों व नेताओं के बीच खींचातनी बढ़ रही थी।

-व्यापारी अधिकारी आमने-सामने आ गए थे।

-व्यापारी नेताओं पर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए दबाव बनाने लगे।

-व्यापारियों के मामले में पूर्व मेयर पर शिकंजा कसने लगा था। समझौता वार्ता में ये रहे शामिल

धीरेंद्र डीटीपी (प्लानिग), एसटी जिला संयोजक आजाद पुनिया, एटीपी के पिता व नौल्था आइटीआइ के प्रिसिपल सतबीर सिंहव चाचा राजेंद्र सिंह शामिल रहे। विधायक बोले- डीटीपी ने नहीं की सुनवाई

विधायक प्रमोद विज ने कहा कि दोनों पक्षों में समझौता करवा दिया गया है। इस काम की वजह से विधानसभा सत्र में भी नहीं जा सका। घटना से पहले टाउन प्लानिग विभाग ने काबड़ी में फैक्ट्री तोड़ी थी। उद्यमियों में गुस्सा था। परिणामस्वरूप मार्बल मार्केट की घटना हुई। डीटीपी ललित बजाद को कहा था कि पुराने उद्योगों के संदर्भ में सीएम से बात की है। पुराने उद्योग न तोड़े जाएं। नई कॉलोनी का निर्माण न होने दें, लेकिन सुनवाई नहीं की गई। सरकार से नए उद्योग लगाने के लिए रिफाइनरी रोड पर एचएसआइआइडीसी के प्लॉटों की कीमत कम करने की मांग भी रखी है। ऑडियो मिली, शपथपत्र दें तो जेई के खिलाफ कार्रवाई

विधायक प्रमोद विज ने कहा कि जेई मनिदर के खिलाफ ऑडियो मिली है। उसके खिलाफ यदि शपथपत्र मिलता है तो कार्रवाई की जाएगी।

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उद्यमी बोले- एसपी को शपथपत्र देंगे

पानीपत इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के प्रधान राकेश चुघ ने कहा कि मामला व्यापारियों का था। पूर्व मेयर ने तो उनका साथ दिया था। हमारी मांग डीटीपी का तबादला व जेई मनिदर के खिलाफ कार्रवाई कराना है। 15 एफिडेविट डीएसपी को मंगलवार को सौंपे जाएंगे। पुलिस ने एफिडेविट मांगे हैं। हर हाल में जेई मनिद्र के खिलाफ कार्रवाई कराएंगे। घटना वाले दिन भी लोगों ने एटीपी को जेई मनिद्र समझा था। इसीलिए गलती से एटीपी के साथ मारपीट हुई।


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