दुकानदारी की प्रतिस्पर्धा में बारबर को दी पानीपत छोडऩे की धमकी, नहीं गया तो घोंपे चाकू-कैंची Panipat News
शामली का अकबर छह साल से दीनानाथ कॉलोनी में दुकान कर रहा है। बच्चे के बाल गलत काटने की बात को लेकर आरोपित वहां पहुंचे और हमला कर दिया।
पानीपत, जेएनएन। सैलून की प्रतिस्पर्धा के कारण शहर न छोडऩे पर दीनानाथ कॉलोनी में सैलून संचालकों ने एक अन्य सैलून संचालक चाचा-भतीजे पर हमला कर दिया। दोनों को चाकू और कैंची घोंपकर लहूलुहान कर दिया। चाचा का चेहरा और पेट कई जगह से कट गया। शिकायत के बाद भी किला पुलिस ने केस दर्ज करने के बजाय पीडि़त को आठ दिन फोन न करने की हिदायत दे दी।
मूल रूप से शामली के अंबेहटा गांव का अकबर अपनी पत्नी परवीन और भतीजे शाबिर के साथ बीते पांच साल से दीनानाथ कालोनी में रहता है। अकबर का हसीना चौक पर अमजद हेयर सैलून है। इसी के सामने नूरवाला के प्रिंस ने सचिन और सुमित की दुकान किराये पर लेकर हेयर सैलून खोला हुआ है। भतीजे शाबिर ने बताया कि प्रिंस काफी समय से उन्हें शहर छोडऩे की धमकी दे रहा है।
रविवार को करीब 11 बजे प्रिंस से कटिंग कराने के बाद उसकी दुकान पर एक बच्चा पहुंचा और बाल ठीक करने की बात कही। अकबर ने बाल गलत काटना बताकर बच्चे को वापस भेज दिया। बच्चे ने ङ्क्षप्रस को बताया। आरोप है कि इसी बात को लेकर तीनों अकबर की दुकान पर पहुंचे और चाकू-कैंची से अकबर व शाबिर पर हमला कर दिया। हमला रोकने के प्रयास में शाबिर की दो उंगलियां जख्मी हो गई। अधिक खून बहता देख आरोपित शहर न छोडऩे पर जान से मारने की धमकी देकर भाग गए। सूचना मिलने पर पहुंची परवीन ने पति और भतीजे को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया।
दो दिन पहले मारपीट में कराया था समझौता
राशिद ने बताया कि दो दिन पहले भी आरोपितों ने मारपीट की थी। मामले की सूचना पर पहुंची पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले गई और फैसला करा दिया।
सिपाही बोला आठ दिन छुट्टी पर हूं, फोन मत करना
अकबर ने बताया कि किला थाना पुलिस को पूरे मामले की जानकारी है। दो दिन पहले फैसला कराने के साथ रविवार को हुए हमले की भी शिकायत दी गई, लेकिन पुलिस ने केस तक दर्ज नहीं किया। जांच करने आए सिपाही ने कहा कि इस मामले में कार्रवाई की ज्यादा जल्दी न करें। वह आठ दिन छुट्टी पर जा रहा है, इस दौरान फोन करके उसे परेशान नहीं करे। अकबर का आरोप है कि हमले की वीडियो फुटेज देने के बाद भी पुलिस आरोपितों के हमले में शामिल होने को नहीं मान रही और उन्हें बचाती दिख रही है।