सेक्टर-6 में मोबाइल टावर लगाने का विरोध
जागरण संवाददाता पानीपत सेक्टर छह रेजिडेंशियल वेलफेयर एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने मोबाइ
जागरण संवाददाता, पानीपत : सेक्टर छह रेजिडेंशियल वेलफेयर एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने मोबाइल टावर लगाने का विरोध किया है। इस सेक्टर में निर्माणाधीन स्कूल के सामने टावर लगाया जा रहा है। शहर में अन्य कई जगहों पर मोबाइल टावर लगाने का विरोध हो रहा है। नगर निगम, हशविप्रा व पानीपत प्रशासन के अधिकारी मोबाइल लगाने वाली कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने को तैयार नहीं हैं। सेक्टर-6 में सुबह 11 बजे आरडब्ल्यूए के प्रतिनिधियों ने बैठक की। इस बैठक में ताराचंद शर्मा, जेएस नलवा, प्रेम सोलंकी, एसके त्यागी, महोकम छोक्कर व एचएन पूनिया बैठक में उपस्थित रहे। आरडब्ल्यूए के प्रतिनिधियों ने कहा कि दिसंबर 2019 में स्कूल प्रबंधन ने कोर्ट से स्टे लेकर टावर का काम रुकवा दिया था। टावर का निर्माण कार्य दस सितंबर को फिर से शुरू कर दिया गया। रिहायशी क्षेत्र में इस तरह का टावर लगाना उचित नहीं है। सेक्टरवासियों की सेहत पर इसका खराब असर पड़ सकता है। आरडब्ल्यूए के सचिव अशोक नारंग का कहना है कि हजारों की संख्या में पूरे शहर के बच्चे स्कूल में पढ़ने आएंगे। टावर लगना ठीक नहीं। अध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि शनिवार व रविवार को अवकाश वाले दिन ही ऐसे कार्यों को अंजाम दिया जाता है ताकि कोई कानूनी कार्रवाई न की जा सके। बीके सिवाच ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण को ऐसे कार्यों के लिए एनओसी नहीं देनी चाहिए। सेक्टर छह में पार्क के पास एक अन्य मोबाइल टावर लगाने का विरोध किया जा रहा है।
शिकायत पर अधिकारी गंभीर नहीं
एसडी सोसाइटी के वरिष्ठ सदस्य पवन गर्ग का कहना है कि निर्माणाधीन स्कूल के सामने मोबाइल टावर लगाना गलत है। इस बारे में हशविप्रा को लिखित में शिकायत देकर अनुरोध किया गया था। अधिकारी इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। सोसाइटी बच्चों के भविष्य के साथ किसी तरह का खतरा मोल लेने को तैयार नहीं है।
जगदीश नगर में डेढ़ माह से काम बंद
कुटानी रोड स्थित जगदीश नगर में भी लोगों ने डेढ़ माह पहले मोबाइल टावर लगाने का विरोध किया था। विधायक व निगम आयुक्त से शिकायत करने के बाद काम बंद है।
न्यू शांति नगर का मामला कोर्ट में
न्यू शांति नगर निवासी बलविद्र ने बताया कि निजी मोबाइल कंपनी टावर लगा रही है। लोगों ने पार्षद लोकेश नांगरू को मौके पर बुलाकर डेढ़ माह पहले इसका विरोध किया था। कंपनी के प्रतिनिधि ने विभागीय अनुमति लेने का दावा किया था। उसके बाद कालोनीवासी कोर्ट की शरण में चले गए। 23 सितंबर को इसकी सुनवाई की तारीख है।
सदन की बैठक में उठा था मामला
निगम सदन की बैठक में बीते सोमवार को वार्ड नंबर 14 की पार्षद शकुंतला गर्ग ने आयुक्त सुशील कुमार के समक्ष मोबाइल टावर का मामला उठाया था। आरटीआइ में मांगी जानकारी न देने की बात कही। आयुक्त ने बिल्डिग इंस्पेक्टर दलबीर को स्पष्टीकरण देने को कहा। चार दिन बीत जाने के बाद उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं उपलब्ध कराई गई है।