बारिश के बाद यमुनानगर में 5 घरों की छत गिरी, मचा हाहाकार, दो महिलाएं दबीं
यमुनानगर में बारिश बंद होने के बाद भी कहर जारी है। यमुनानगर में पांच घरों की छत गिरी। छत गिरने के बाद घरों में हाहाकार मच गया। घर का सामान और लोग मलबे में दब गए। पड़ोसियों की मदद से दो को बाहर निकालना पड़ा।
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। यमुनानगर के बारिश के बाद मंगलवार को निकली धूप ने राहत दी है, लेकिन कुछ जगहों पर परेशानी बढ़ गई है। जिले में पांच जगहों पर मकान ढह गए। एक मकान में दो महिलाएं दब गई, जिन्हें पड़ोसियों की मदद से बाहर निकाला गया। जबकि चार जगहों पर भी मकान की छत गिरने से नुकसान हो गया।
जगाधरी के पटरी मोहल्ला निवासी विकास व रवि दो भाई हैं। एक भाई ऊपर के हिस्से में व दूसरा नीचे के हिस्से में रहता है। सुबह अचानक से उनके मकान की छत गिर गई। जिसमें दो महिलाएं अंजलि व बबली दब गई। उन्हें मलबे से बाहर निकालकर अस्पताल में दाखिल कराया गया। पड़ोसी रामलाल ने बताया कि सुबह काम पर जाने की तैयारी कर रहे थे। अचानक से पड़ोस का मकान गिरने की अावाज आई। तुरंत बाहर निकलकर आए, तो देखा कि विकास के मकान की छत गिर गई। बबली ऊपर कार्य कर रही थी। जबकि अंजलि नीचे थी। दोनों दब गई। दोनों को काफी चोट लगी। उन्हें अस्पताल में भिजवाया गया। इसके बाद मकान का मलबा हटाया गया। छत गिरने से काफी नुकसान हुआ है।
छोटा लापरा में गिरी चार मकानों की छत गिरी
बरसात के बाद यमुना नदी के उफान पर आने से छोटा लापरा में पानी जमा हो गया था। अब पानी कम हो गया है, लेकिन चार मकानों की छत गिर गई। जिससे सामान दब गया। हालांकि परिवार के लोग बच गए। निवर्तमान सरपंच अजीज खान ने बताया कि शहीदन, बलिंद्र, तासिर व मुस्तकीम के मकान की छत गिरी। इनकी छत कड़ियों की थी। बरसात काफी अधिक हुई है। कच्ची छत होने की वजह से ढह गई। हालांकि जिस समय छत गिरी। उस समय परिवार के लोग इधर उधर बैठे हुए थे। जिससे किसी को चोट नहीं लगी, लेकिन सामान दबने से काफी नुकसान हो गया है।