आज बुलंदशहर जाएंगी रोडवेज की 50 बसें, स्पेशल ट्रेनों का भी शुरू हो सकता संचालन
पानीपत से दूसरे जिलों और राज्यों के कामगारों की घर लौटने की मांग तेज होने लगी है। जिसे देखते हुए प्रशासन ने भी रजिस्ट्रेशन कराने वाले कामगारों को घर पहुंचाने के काम में तेजी लानी शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : बिहार, उत्तर प्रदेश व झारखंड के कामगारों की घर लौटने की मांग तेज होने लगी है। जिसे देखते हुए प्रशासन ने भी रजिस्ट्रेशन कराने वाले कामगारों को घर पहुंचाने के काम में तेजी लानी शुरू कर दी है। रोडवेज की 50 बसों में लगभग 1750 कामगारों को बुलंदशहर (उप्र) में पहुंचाया जाएगा। इस ट्रेन में भी केवल ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वाले कामगारों को ही सफर करने की अनुमति होगी।
रोडवेज डिपो अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को पानीपत से बुलंदशहर के लिए छह बसें चलाई गई। जिनमें लगभग 330 रजिस्टर्ड कामगारों को उप्र भेजा गया। इसके अलावा छह अन्य बसों में 300 से अधिक रजिस्टर्ड कामगारों को रोहतक रेलवे स्टेशन पहुंचाया गया, जहां से ये कटिहार एक्सप्रेस में टिकमपुर मप्र के लिए रवाना हुए। दूसरी तरफ पानीपत रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को कर्मचारी सफाई कार्यों में जुटे दिखाई दिए। कर्मचारियों ने रेलवे स्टेशन परिसर में इमरजेंसी गेट से आरपीएफ थाने तक एक मीटर की शारीरिक दूरी के हिसाब से घेरे भी बनाए हैं। जो जल्द ही कामगारों के लिए स्पेशल ट्रेन चलाए जाने की तरफ इशारा कर रहा है। वहीं लॉकडाउन से बंद पड़े स्टेशन का आरपीएफ सिक्योरिटी कमिश्नर अनुभव जैन ने लगभग 30 मिनट तक दौरा कर सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया। अनुमान है कि बुधवार सुबह तक नॉर्दन रेलवे के दिल्ली डिविजन के अधिकारी रजिस्टर्ड कामगारों के लिए स्पेशल ट्रेन को हरी झंडी दिखा कर रवाना करेंगे।
आरपीएफ ने बढ़ाया स्टॉफ, भीड़ नियंत्रित करने का होगा काम
फिलहाल आरपीएफ थाने में 14 जवान ड्यूटी दे रहे हैं। आला अधिकारियों ने सोनीपत, दिल्ली, करनाल, कुरुक्षेत्र के आरपीएफ थानों से 40 जवानों की पानीपत आरपीएफ थाने में स्पेशल ड्यूटी लगाई है।
यार्ड के सभी गेट बंद, खत्म हुआ संदिग्धों का आवागमन
स्थानीय अधिकारियों ने बुधवार को पानीपत रेलवे स्टेशन की साफ-सफाई कराने के अलावा सभी यार्डों के गेट भी बंद करा दिए। इससे रेलवे स्टेशन परिसर में संदिग्धों के आवागमन पर रोक लगेगी।